लखनऊ:- राजधानी लखनऊ के पारा में डिप्टीखेड़ा के पास रिंग रोड पर सड़क पार करते समय पूरा परिवार ट्रक की चपेट में आ गया जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। सूचना के मुताबिक हरदोई निवासी राम किशोर अपने पूरे परिवार के साथ सड़क पार कर रहे थे वह चारबाग रेलवे स्टेशन जा रहे थे। पूरा परिवार बीच सड़क पर पहुंचा ही था कि बिजली विभाग की ट्रक तेज रफ्तार में आलमबाग की ओर से आ गई। ट्रक देखते ही राम किशोर और उनके भाई राधेलाल वापस मुड़े। जबकि आशीष पत्नी और बच्चों के साथ दूसरी ओर भागे। यह देख चालक हड़बड़ा गया और पूरा परिवार ट्रक की चपेट में आ गया।
पुलिस नही पहुंची मौके पर--
- ट्रक से कुचल कर निजी कंपनी कर्मचारी आशीष, उसकी पत्नी रंजना और तीन साल के मासूम कृष्णा की मौके पर मौत हो गई।
- जबकि राम किशोर और राधेलाल गम्भीर रूप से घायल हुए। उन्हें ट्रॉमा सेंटर भिजवाया गया।
- तीन मौतें सुनकर भी पुलिस की लापरवाही
- मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा थी।
- कई लोगों ने पुलिस कण्ट्रोल रूम से लेकर एसओ पारा तक का फोन घनघना डाला।
- पुलिस को बताया गया कि तीन की मौत हुई है, दो जख्मी हैं।
- इतना सुनने के बाद भी करीब 50 मिनट बाद महज दो सिपाही मौके पर पहुंचे।
- लोगों ने उनसे पूछा कि-एम्बुलेंस कहां है? इस सवाल पर सिपाही बगलें झांकने लगे।
- पुलिस का यह रवैया देख लोग भड़क गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर उपद्रव करने लगे।
- डिप्टीखेड़ा में युवा अरुण की अंतिम संस्कार कुछ ही देर पहले हुआ था।
- पूरा परिवार शोकाकुल था। ऐसे में अरुण के ननिहाल के तीन लोगों की मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया।
- पूरे इलाके में हाहाकार मच गया। रात तक मृतक आशीष के परिजन व रिश्तेदार भी ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए।
- ट्रक से कुचल कर निजी कंपनी कर्मचारी आशीष, उसकी पत्नी रंजना और तीन साल के मासूम कृष्णा की मौके पर मौत हो गई।
- जबकि राम किशोर और राधेलाल गम्भीर रूप से घायल हुए। उन्हें ट्रॉमा सेंटर भिजवाया गया।
- तीन मौतें सुनकर भी पुलिस की लापरवाही
- मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा थी।
- कई लोगों ने पुलिस कण्ट्रोल रूम से लेकर एसओ पारा तक का फोन घनघना डाला।
- पुलिस को बताया गया कि तीन की मौत हुई है, दो जख्मी हैं।
- इतना सुनने के बाद भी करीब 50 मिनट बाद महज दो सिपाही मौके पर पहुंचे।
- लोगों ने उनसे पूछा कि-एम्बुलेंस कहां है? इस सवाल पर सिपाही बगलें झांकने लगे।
- पुलिस का यह रवैया देख लोग भड़क गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर उपद्रव करने लगे।
- डिप्टीखेड़ा में युवा अरुण की अंतिम संस्कार कुछ ही देर पहले हुआ था।
- पूरा परिवार शोकाकुल था। ऐसे में अरुण के ननिहाल के तीन लोगों की मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया।
- पूरे इलाके में हाहाकार मच गया। रात तक मृतक आशीष के परिजन व रिश्तेदार भी ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए।
1st August, 2016