आजमगढ़:-
यूपी के आजमगढ़ जिले की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जेल से तीन कैदी भाग निकले। ये तीनों आरोपी दो साल पहले हुई पुजारी की हत्या के आरोपी थे। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने 25 फीट ऊंची जेल की दीवार से फांदने के लिए गैस पाइप लाइन का सहारा लिया। घटना की जानकारी रात के वक्त कैदियों के गिनते समय पता चली। मौके पर एसपी, एडीएम प्रशासन समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और नाकेबंदी कर जांच कराई लेकिन प्रशासन के हाथ कुछ नही लग पाया।
कई सुरक्षा उपकरण से लैस है यह जेल-
- आजमगढ़ ज़िला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर गाज़ीपुर मार्ग पर इटौरा में अत्यंत आधुनिक और सभी प्रकार के सुरक्षा उपकरण से लैस इस जेल में मई में पुराने जेल से कैदियों को शिफ्ट किया गया था।
- भागने वाले तीनों चंद्रशेखर, जीतेन्द्र व प्रकाश गाज़ीपुर के निवासी हैं।
- आजमगढ़ के मेंहनगर में करीब ढाई साल पहले पुजारी की हत्या के मामले में दो साल से बंद थे।
- फरार कैदियों के अलावा दो अन्य भी इसी मामले में बंद थे।
- जेल परिसर में इस्तेमाल नहीं हो रही गैस पाइप लाइन को सहारा बनाकर सभी भागे।
- जांच को पहुंचे पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने तत्काल पुलिस टीमों को रेलवे स्टेशन, रोडवेज स्टेशन समेत अन्य स्थानों पर लगा दिया।
- सभी थानों ख़ास कर गाज़ीपुर जनपद से सटे थानों को एलर्ट कर दिया गया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
यूपी के आजमगढ़ जिले की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जेल से तीन कैदी भाग निकले। ये तीनों आरोपी दो साल पहले हुई पुजारी की हत्या के आरोपी थे। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने 25 फीट ऊंची जेल की दीवार से फांदने के लिए गैस पाइप लाइन का सहारा लिया। घटना की जानकारी रात के वक्त कैदियों के गिनते समय पता चली। मौके पर एसपी, एडीएम प्रशासन समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और नाकेबंदी कर जांच कराई लेकिन प्रशासन के हाथ कुछ नही लग पाया।
- आजमगढ़ ज़िला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर गाज़ीपुर मार्ग पर इटौरा में अत्यंत आधुनिक और सभी प्रकार के सुरक्षा उपकरण से लैस इस जेल में मई में पुराने जेल से कैदियों को शिफ्ट किया गया था।
- भागने वाले तीनों चंद्रशेखर, जीतेन्द्र व प्रकाश गाज़ीपुर के निवासी हैं।
- आजमगढ़ के मेंहनगर में करीब ढाई साल पहले पुजारी की हत्या के मामले में दो साल से बंद थे।
- फरार कैदियों के अलावा दो अन्य भी इसी मामले में बंद थे।
- जेल परिसर में इस्तेमाल नहीं हो रही गैस पाइप लाइन को सहारा बनाकर सभी भागे।
- जांच को पहुंचे पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने तत्काल पुलिस टीमों को रेलवे स्टेशन, रोडवेज स्टेशन समेत अन्य स्थानों पर लगा दिया।
- सभी थानों ख़ास कर गाज़ीपुर जनपद से सटे थानों को एलर्ट कर दिया गया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
19th August, 2016