लखनऊ
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा से बगावत करके अब भाजपा ज्वाइन कर ली है। ऐसे में बसपा ने दल-बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द करने की याचिका विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखी थी। 16 अगस्त को हुई इस मामले की सुनवाई में वे अपनी सफाई देने नहीं पहुंचे तो फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। अब मामले की सुनवाई आज होगी।
रद्द हो सकती है विधानसभा सदस्यता-
- सदस्यता बनी रहने के लिए स्वामी प्रसाद को 27 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।
- बाद में स्वामी बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
- दल बदल कानून के तहत अलग पार्टी बनाने व दूसरा दल जॉइन करने पर एक तिहाई विध्यक जरूरी है।
- यदि वह 27 विधायकों का समर्थन नही दिखा पाते तो उन्हे विधानसभा की सदस्यता छोड़नी होगी।
स्वामी प्रसाद ने छोड़ दी थी बसपा-
- 22 जून को स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा की सदस्यता छोड़ दी थी।
- विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी विधानमंडल दल के नेता के कमरे में बैठकर उन्होंने मायावती पर जमकर निशाना साधा था।
- उन्होंने कहा था कि मायावती दलितों की नहीं दौलत की बेटी बन गई है।
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा से बगावत करके अब भाजपा ज्वाइन कर ली है। ऐसे में बसपा ने दल-बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द करने की याचिका विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखी थी। 16 अगस्त को हुई इस मामले की सुनवाई में वे अपनी सफाई देने नहीं पहुंचे तो फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। अब मामले की सुनवाई आज होगी।
- सदस्यता बनी रहने के लिए स्वामी प्रसाद को 27 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।
- बाद में स्वामी बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
- दल बदल कानून के तहत अलग पार्टी बनाने व दूसरा दल जॉइन करने पर एक तिहाई विध्यक जरूरी है।
- यदि वह 27 विधायकों का समर्थन नही दिखा पाते तो उन्हे विधानसभा की सदस्यता छोड़नी होगी।
- 22 जून को स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा की सदस्यता छोड़ दी थी।
- विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी विधानमंडल दल के नेता के कमरे में बैठकर उन्होंने मायावती पर जमकर निशाना साधा था।
- उन्होंने कहा था कि मायावती दलितों की नहीं दौलत की बेटी बन गई है।
23rd August, 2016