लखनऊ
:-
सपा से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने इस्तीफा देने की बात कही है। अमर सिंह का कहना है कि राज्यसभा सीट के बदले पार्टी में उन्हें अपमानित किया जा रहा है। अब वे मुलायम सिंह से बात करने के बाद तय करेंगे कि आगे क्या करना है। अमर सिंह ने इस्तीफे की धमकी देते हुए कहा,'मैं पार्टी को नहीं, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चेयरमैन हामिद अंसारी को इस्तीफा दूंगा। मैं अखिलेश यादव से फोन पर बात भी नहीं करता हूं। फोन पर बात करने की कोशिश करो तो उनका सचिव कहता है कि आपका नाम लिस्ट में है, बात करवा दी जाएगी।
अमर दोबारा शामिल हुए थे सपा में-
- अमर सिंह और जया प्रदा को फरवरी 2010 में समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया गया था।
- दोनों ने 2011 में राष्ट्रीय लोकमंच पार्टी बनाई।
- यूपी इलेक्शन में 403 में से 360 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे। लेकिन एक भी सीट नहीं मिली।
- बाद में अमर सिंह मार्च 2014 में राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हुए।
- लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी से चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए।
- हाल ही में वे सपा में लौटे। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में भेजा।
मुझे बोलने ही नहीं दिया जाता-
- अमर सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा,'राज्यसभा में हमको मूक-बधिर बना दिया गया है। मुझे वहां बोलने ही नहीं दिया जाता। हम पीछे बैठकर भाषण सुनते हैं।
- मैं समाजवादी नहीं, मुलायमवादी हूं। ये तय करना होगा कि मुलायम सिंह नेता हैं या नहीं।
- पार्टी में मेरे साथ-साथ जया प्रदा, बलराम यादव और शिवपाल यादव को भी अपमानित किया जा रहा है।
- मेरे लिए राजनीति नहीं, पर्सनल रिलेशन मायने रखते हैं। अखिलेश की सरकार में वही लोग ऐश कर रहे हैं, जो मायावती के राज में कर रहे थे।\
- मैं दोबारा सपा में मुलायम सिंह की वजह से आया था। उनसे बात करने के बाद आगे की तैयारी करूंगा।
:-
सपा से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने इस्तीफा देने की बात कही है। अमर सिंह का कहना है कि राज्यसभा सीट के बदले पार्टी में उन्हें अपमानित किया जा रहा है। अब वे मुलायम सिंह से बात करने के बाद तय करेंगे कि आगे क्या करना है। अमर सिंह ने इस्तीफे की धमकी देते हुए कहा,'मैं पार्टी को नहीं, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चेयरमैन हामिद अंसारी को इस्तीफा दूंगा। मैं अखिलेश यादव से फोन पर बात भी नहीं करता हूं। फोन पर बात करने की कोशिश करो तो उनका सचिव कहता है कि आपका नाम लिस्ट में है, बात करवा दी जाएगी।
- अमर सिंह और जया प्रदा को फरवरी 2010 में समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया गया था।
- दोनों ने 2011 में राष्ट्रीय लोकमंच पार्टी बनाई।
- यूपी इलेक्शन में 403 में से 360 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे। लेकिन एक भी सीट नहीं मिली।
- बाद में अमर सिंह मार्च 2014 में राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हुए।
- लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी से चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए।
- हाल ही में वे सपा में लौटे। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में भेजा।
- अमर सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा,'राज्यसभा में हमको मूक-बधिर बना दिया गया है। मुझे वहां बोलने ही नहीं दिया जाता। हम पीछे बैठकर भाषण सुनते हैं।
- मैं समाजवादी नहीं, मुलायमवादी हूं। ये तय करना होगा कि मुलायम सिंह नेता हैं या नहीं।
- पार्टी में मेरे साथ-साथ जया प्रदा, बलराम यादव और शिवपाल यादव को भी अपमानित किया जा रहा है।
- मेरे लिए राजनीति नहीं, पर्सनल रिलेशन मायने रखते हैं। अखिलेश की सरकार में वही लोग ऐश कर रहे हैं, जो मायावती के राज में कर रहे थे।\
- मैं दोबारा सपा में मुलायम सिंह की वजह से आया था। उनसे बात करने के बाद आगे की तैयारी करूंगा।
23rd August, 2016