लखनऊ
:-
राजस्थान सीआईडी और यूपी एटीएस की टीम ने एक जॉइंट ऑपरेशन में संदिग्ध आईएसआई एजेंट जमालुद्दीन को राजधानी लखनऊ से मंगलवार रात को गिरफ्तार कर लिया। गाजीपुर जिले का रहने वाले जमालुद्दीन से फिलहाल कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। अरेस्ट किए गये एजेंट पर आरोप है की वह भारत में आईएसआई के लिए काम करने वालों को पैसे मुहैया करवाता था। और यह पैसे यूएई ,आईएसआई जमालुद्दीन को देता थी।राजस्थान से अरेस्ट पटवारी गोवर्धन सिंह को
आर्मी ठिकानों के नक़्शे और सूचनाएं पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ में पता चला कि हवाला के रास्ते आईएसआई जमालुद्दीन को पैसा देता था जिसे वह इंडिया में सक्रिय एजेंट्स को देता था।
हर महीने 30 हजार रूपए डालता था -
- जमालुद्दीन गोवर्धन को हर महीने 30 हजार रुपये उसके खाते में डालता था।
- गौरतलब है कि राजस्थान के पोखरण जिले का रहने वाला गोवर्धन सेना में काम कर चुका है।
- रिटायरमेंट के बाद वह पोखरण में पटवारी था।
- उस पर आरोप है कि उसने आईएसआई को इंडियन आर्मी के ठिकानों के कई नक्शे दिए थे।
- यूपी एटीएस के इनपुट पर राजस्थान पुलिस ने 27 दिसंबर 2015 को गोवर्धन सिंह को गिरफ्तार किया था।
- जिसके बाद उसकी निशानदेही पर ही जमालुद्दीन की गिरफ्तारी हुई।
क्लिक करे-- स्कोर्पियन सबमरीन से जुड़े दस्तावेज लीक, नौसेना में मची खलबली, भारत की सुरक्षा पर उठे सवाल
लखनऊ
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राजस्थान सीआईडी और यूपी एटीएस की टीम ने एक जॉइंट ऑपरेशन में संदिग्ध आईएसआई एजेंट जमालुद्दीन को राजधानी लखनऊ से मंगलवार रात को गिरफ्तार कर लिया। गाजीपुर जिले का रहने वाले जमालुद्दीन से फिलहाल कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। अरेस्ट किए गये एजेंट पर आरोप है की वह भारत में आईएसआई के लिए काम करने वालों को पैसे मुहैया करवाता था। और यह पैसे यूएई ,आईएसआई जमालुद्दीन को देता थी।राजस्थान से अरेस्ट पटवारी गोवर्धन सिंह को
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राजस्थान सीआईडी और यूपी एटीएस की टीम ने एक जॉइंट ऑपरेशन में संदिग्ध आईएसआई एजेंट जमालुद्दीन को राजधानी लखनऊ से मंगलवार रात को गिरफ्तार कर लिया। गाजीपुर जिले का रहने वाले जमालुद्दीन से फिलहाल कई सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। अरेस्ट किए गये एजेंट पर आरोप है की वह भारत में आईएसआई के लिए काम करने वालों को पैसे मुहैया करवाता था। और यह पैसे यूएई ,आईएसआई जमालुद्दीन को देता थी।राजस्थान से अरेस्ट पटवारी गोवर्धन सिंह को
आर्मी ठिकानों के नक़्शे और सूचनाएं पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ में पता चला कि हवाला के रास्ते आईएसआई जमालुद्दीन को पैसा देता था जिसे वह इंडिया में सक्रिय एजेंट्स को देता था।
हर महीने 30 हजार रूपए डालता था -
- जमालुद्दीन गोवर्धन को हर महीने 30 हजार रुपये उसके खाते में डालता था।
- गौरतलब है कि राजस्थान के पोखरण जिले का रहने वाला गोवर्धन सेना में काम कर चुका है।
- रिटायरमेंट के बाद वह पोखरण में पटवारी था।
- उस पर आरोप है कि उसने आईएसआई को इंडियन आर्मी के ठिकानों के कई नक्शे दिए थे।
- यूपी एटीएस के इनपुट पर राजस्थान पुलिस ने 27 दिसंबर 2015 को गोवर्धन सिंह को गिरफ्तार किया था।
- जिसके बाद उसकी निशानदेही पर ही जमालुद्दीन की गिरफ्तारी हुई।
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24th August, 2016