बुलंदशहर
:- बुलंदशहर गैंगरेप मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच पर रोक लगा दी। हम आपको बता दें कि याचिकाकर्ता ने इस जांच को यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब तक यह तय नहीं हो जाता की मामला कहां चलेगा, तब तक इस जांच पर रोक लगी रहेगी। बुलंदरशहर गैंगरेप को राजनीतिक साजिश कहने वाले सपा सांसद आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से कड़ी फटकार मिली है। पीडि़ता द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी करते हुए तीन हफ्तों के अंदर जवाब मांगा है।
गैंगरेप की शिकार नाबालिग ने अदालत से की थी यह मांगे-
- गैंगरेप की शिकार नाबालिग ने अदालत से अपील की थी कि केस की जांच और सुनवाई को दिल्ली स्थांतरित कर दिया जाए।
- पीड़िता ने यह भी मांग की थी कि जांच अदालत की निगरानी में कराई जाए।
- पीड़िता ने अपना दाखिला दिल्ली के स्कूल में कराने और सुरक्षा दिए जाने की भी अपील की है।
- इसके अलावा उसने अपने परिवार का पुनर्वास कराए जाने की भी बात कोर्ट के सामने रखी है।
- पीड़िता ने अदालत से आजम खान और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने की भी मांग रखी थी।
- मालूम हो कि आजम खान के बयान के कारण ना केवल उन्हें विपक्ष की आलोचना का शिकार होना पड़ा, बल्कि अखिलेश सरकार की भी काफी किरकिरी हुई।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उनके इस बयान का समर्थन नहीं किया था।
क्या था मामला-
- बुलंदशहर में 30 जुलाई को कोतवाली देहात क्षेत्र के पास NH-91पर अपराधियों ने नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे एक परिवार की कार को रुकवाया और पुरुष सदस्यों के सामने महिला और उनकी नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप किया था।
- इस मामले में शामिल 7 आरोपियों में से 6 को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
- पीड़ित परिवार ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भी कर ली है।
:- बुलंदशहर गैंगरेप मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच पर रोक लगा दी। हम आपको बता दें कि याचिकाकर्ता ने इस जांच को यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब तक यह तय नहीं हो जाता की मामला कहां चलेगा, तब तक इस जांच पर रोक लगी रहेगी। बुलंदरशहर गैंगरेप को राजनीतिक साजिश कहने वाले सपा सांसद आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से कड़ी फटकार मिली है। पीडि़ता द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी करते हुए तीन हफ्तों के अंदर जवाब मांगा है।
- गैंगरेप की शिकार नाबालिग ने अदालत से अपील की थी कि केस की जांच और सुनवाई को दिल्ली स्थांतरित कर दिया जाए।
- पीड़िता ने यह भी मांग की थी कि जांच अदालत की निगरानी में कराई जाए।
- पीड़िता ने अपना दाखिला दिल्ली के स्कूल में कराने और सुरक्षा दिए जाने की भी अपील की है।
- इसके अलावा उसने अपने परिवार का पुनर्वास कराए जाने की भी बात कोर्ट के सामने रखी है।
- पीड़िता ने अदालत से आजम खान और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने की भी मांग रखी थी।
- मालूम हो कि आजम खान के बयान के कारण ना केवल उन्हें विपक्ष की आलोचना का शिकार होना पड़ा, बल्कि अखिलेश सरकार की भी काफी किरकिरी हुई।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उनके इस बयान का समर्थन नहीं किया था।
- बुलंदशहर में 30 जुलाई को कोतवाली देहात क्षेत्र के पास NH-91पर अपराधियों ने नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे एक परिवार की कार को रुकवाया और पुरुष सदस्यों के सामने महिला और उनकी नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप किया था।
- इस मामले में शामिल 7 आरोपियों में से 6 को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
- पीड़ित परिवार ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भी कर ली है।
29th August, 2016