लखनऊ
:- उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनैतिक दलों में सरगर्मियां बढ़ गयी है। इस बार कौन मुख्यमंत्री होगा, इसको लेकर कयासों का भी दौर शुरू हो गया है। राजनैतिक गलियारों में तमाम तरह की चर्चाओं और पार्टियों में उठा-पटक के बीच ज्योतिषाचार्य एवं गणितज्ञ महागुरू गौरव मित्तल ने दावा किया है कि उनकी गणना के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के सितारे काफी अनुकूल दिखायी पड़ रहे हैं यानी कि बसपा में चल उठापटक के बावजूद मायावती सरकार बना सकती है।
गौरव मित्तल ने यहां अंक ज्योतिष और खगोल विज्ञान के संयोजन के आधार पर भविष्यवाणी करते हुये बताया कि सुश्री मायावती के सितारों का संयोजन मार्च में आने वाले समय के दौरान सबसे अधिक अनुकूल है लेकिन, उनकी उम्र के अंक के साथ शनि जुड़ा हुआ है और उनकी साढ़े साती शुरू हो रही है, जिसकी वजह से मायावती (बसपा) को पूर्ण बहुमत मिलने में बाधा आ सकती है और मायावती किसी अन्य पार्टी के साथ मिलकर सत्ता में आ सकती है, हालांकि बीजेपी के उम्मीदवार के नाम निर्धारित होने पर यह गणना बदल भी सकती है।
उत्तर प्रदेश चुनाव में अपनी जीत निर्धारित करने के लिए गौरव मित्तल ने सही उम्मीदवार के चयन करने में अपनी सलाह देते हुए कहा कि ज्योतिषशास्त्र और अंकज्योतिष के अनुसार कुछ मापदंडों, जिनके अनुसरण करने से चुनाव में पार्टी की जीत के आसार बढ़ जाएंगे। उनके अनुसार जिस उम्मीदवार का शुभ अंक, भाग्यांक उसके चुनाव क्षेत्र के नाम और नंबर से मिलता हो। उम्मीदवार का चुनाव करते वक़्त मार्च 2017 के आस पास उम्मीदवार की उम्र का नंबर उसके भाग्यांक के अनुसार हो। ऐसे उम्मीदवार का चुनाव करें जिसके ग्रहो में राज योग की दशा बनती हो।
उन्होंने सभी पार्टियों के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों पर की गणना का जिक्र करते हुये बताया कि कांग्रेस की श्रीमती शीला दिक्षित पर 30-02-2013 से 30-02-2031 के बीच में राहु की महादशा लगी हुई है, साथ ही 12-11-2015 से 06-04-2018 के बीच गुरु की अंतर दशा भी है, जो की साथ मिलकर गुरु चांडाल योग बनाता है, जबकि शुक्र ग्रह की प्रत्यंतर दशा 06-10-2017 से 17-01-2017 थोड़ी राहत देती है कांग्रेस पार्टी का स्वामी मंगल ग्रह है, और नंबर 9 है जो की शीला दिक्षित के अनुकूल ग्रह है। उसकी उम्र का नंबर 7, भाग्य संख्या 1, किस्मत संख्या 4, चुनाव वर्ष 1 है, जबकि पार्टी किस्मत संख्या 1 और पार्टी भाग्यांक 8 है, सूर्य, चन्द्रमा और शनि के साथ बैठकर विष योग बना रहा है जिसकी वजह से गुरु चण्डाल योग संघर्ष के समय अनुकूल हो सकता है। इसी तरह सपा के श्री अखिलेश यादव के जन्म का समय उनकी वेबसाइट पर नही दिया है, फिर भी उनके जीवन की पिछली घटनाओं का आंकलन करते हुए, उनके जन्म का समय दोपहर 2 बजे के आस पास होना चाहिए। श्री यादव के ऊपर इस वक्त 25-09-2015 से 24-09-2022 केतु की महादशा लगी हुई है, जबकि 21-02-2016 से 21-04-2017 तक शुक्र की अंतर दशा लगी है।
22-04-2017 से 27-08-2017 तक सूर्य की अंतर दशा में पित्र दोष, पिचाश योग और सूर्यग्रहण दोष लगा हुआ है। सपा का पार्टी नाम अंक 2 है जबकि श्री अखिलेश यादव का उम्र अंक 8 है, किस्मत अंक-1 , चुनावी वर्ष अंक-1, पार्टी किस्मत अंक-4 , भाग्य अंक-8, सूर्य लग्न कुंडली में केतु और शनी के साथ बैठे हैं जिससे केतु की महा दशा प्रतीत होती है, केतु और सूर्य की अंतर दशा और केतु ़सूर्य़ सूर्यचंद्र की प्रत्यंतर दशा है, जिससे की सभी अंकों के मध्य संघर्ष की स्थिति प्रतीत होती है। वहीं बसपा में इस समय 24-05-2013- 24-05-2030 के बीच में सुश्री मायावती पर बुध ग्रह की महा दशा है, जबकि 18-10-2016 से 18-08-2019 के बीच में शुक्र ग्रह की अंतर दशा है, 18-10-2016 से 8-4-2017 तक शुक्र ग्रह प्रत्यंतर में है, बुध ग्रह का सूर्य और शुक्र के साथ एक ही साथ मिलना राज योग बनाता है।
पार्टी का नाम अंक -4, पार्टी का शुभ अंक 5, भाग्यांक-4, उम्मीदवार का नाम अंक-1, उम्मीदवार का किस्मत अंक 6, भाग्यांक-1, उम्र का अंक-8, चुनाव वर्ष 1, इस तरह सिर्फ उम्र का अंक के साथ साढ़े साती लगी है, बाकि सभी अंक सौभाग्य और सद्भाव कारक है। लेकित बीजेपी ने अभी किसी उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है, इसीलिए ज्योतिष अंक विज्ञानं के आधार पर कोई भविष्यवाणी करना अनुचित है। इस आंकलन के अनुसार सुश्री मायावती के सितारे आने वाले समय में वर्ष 2017 में मार्च अप्रैल माह में बाकी 3 पार्टियों में से सबसे अधिक अनुकूल हैं,लेकिन मायावती का उम्र का अंक शनी के प्रभाव में है और शनी की साढ़े साती लगी हुई है इस स्तिथि में पूर्ण बहुमत से जीत मुश्किल है, आंकलन के हिसाब से मायावती की पार्टी किसी अन्य पार्टी के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के 2017 में सरकार का निर्माण करेगी।
हालाँकि इस अनुमान का असर बीजेपी के यूपी उम्मीदवार के नाम और सितारों के हिसाब से बदल भी सकता है। जैसे की ज्योतिषशास्त्र अंकज्योतिष संभावनाओं का विश्लेषण है जिसमें हर पहलु का ध्यान रखा गया है, उच्च विभिन्न पहलुओं पर सहमति, उच्च जीत की संभावना है। उदाहरण के लिए अगर किसी पार्टी के नेता के सितारों का संयोजन बुरा है, लेकिन उन्होंने उम्मीदवारों का चयन इस ढंग से किया है कि ज्योतिष और ऑकल्ट साइंस के अनुसार उंन्हें अन्य पार्टी के उम्मीदवार पर एक बेहतर बढ़त हासिल है तो उनका उम्मीदवार जीत जाएगा और पार्टी नेता सरकार बनाने में सक्षम हो जाएगी।
साभार-aapkikhabar
30th August, 2016