बाराबंकी:- देश में बाढ़ ने इस कदर अपना कहर बरपाया है कि लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश , बिहार समेत और भी कई जिलों में बाढ़ ने अपना आतंक मचा रखा है। अगर हम यूपी की बात करें तो यहाँ के बाराबंकी जनपद के एक गांव में घर के नाम पर सिर्फ दो कच्चे घर ही बचे हैं और वह भी एक दम वीरान और टूटे हुए. बाकी के लगभग 70 से 80 घर घाघरा नदी की गोद में समां चुके हैं। इस नदी में गांव वालों के घर ही नहीं बल्कि शिक्षा का घर बच्चों का सरकारी प्राथमिक विद्यालय, मंदिर और शमशान भी घाघरा भी बह चुका है। धान की फसल लगे खेत भी बाढ़ की विनाश लीला का शिकार हो गए हैं। एक तरफ यहां के ग्रामीण बेघर हैं और भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं तो वही उनके बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर हो गए हैं।
घाघरा ने 80 घरो को अपनी गोद में लिया-
- खुज्जी गांव में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आता है।
- गांव वालों की माने तो बीते 12 अगस्त 2016 को घाघरा नदी अपना स्थान छोड़ कर इस गांव में आ गई।
- इस नदी ने गांव वालों को अपना ऐसा रौद्र रूप दिखाया जिसे वह कभी भूल नहीं पाएंगे क्योंकि नदी की कटान इतनी तेज थी कि देखते ही देखते इस गांव के लगभग 70 से 80 घर अपने साथ बहा ले गई.
- गांव वालों ने किसी तरह अपने परिवार और अपने जरूरी सामान को लेकर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर गए।
- बाराबंकी के जिलाधिकारी अजय यादव ने बाढ़ राहत में दी जाने वाली सहायता खुज्जी गांव तक नहीं पहुंचने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन सभी गांवों में राहत सामग्री पहुंचा दी गई है जो बाढ़ से प्रभावित थे।
- बाढ़ से हुए नुकसान के लिए जिलाधिकारी ने सर्वे कराकर पीड़ितों को राहत दिलाने की बात कही है।
- वहीँ उप निदेशक कृषि एस.पी.सिंह ने बताया कि कृषि विभाग भी बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे कराने और राहत दिए जाने की बात कर रहा है।
घाघरा ने 80 घरो को अपनी गोद में लिया-
- खुज्जी गांव में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आता है।
- गांव वालों की माने तो बीते 12 अगस्त 2016 को घाघरा नदी अपना स्थान छोड़ कर इस गांव में आ गई।
- इस नदी ने गांव वालों को अपना ऐसा रौद्र रूप दिखाया जिसे वह कभी भूल नहीं पाएंगे क्योंकि नदी की कटान इतनी तेज थी कि देखते ही देखते इस गांव के लगभग 70 से 80 घर अपने साथ बहा ले गई.
- गांव वालों ने किसी तरह अपने परिवार और अपने जरूरी सामान को लेकर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर गए।
- बाराबंकी के जिलाधिकारी अजय यादव ने बाढ़ राहत में दी जाने वाली सहायता खुज्जी गांव तक नहीं पहुंचने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन सभी गांवों में राहत सामग्री पहुंचा दी गई है जो बाढ़ से प्रभावित थे।
- बाढ़ से हुए नुकसान के लिए जिलाधिकारी ने सर्वे कराकर पीड़ितों को राहत दिलाने की बात कही है।
- वहीँ उप निदेशक कृषि एस.पी.सिंह ने बताया कि कृषि विभाग भी बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे कराने और राहत दिए जाने की बात कर रहा है।
31st August, 2016