आगरा:-
आगरा केंद्रीय कारागार में तकरीबन 2000 हजार कैदियों की चल रही भूख हड़ताल अभी खत्म भी नहीं हो पाई थी कि सेंट्रल जेल बरेली में भी कैदियों ने बगावत कर दी है। 14 साल की सजा पूरी कर चुके साथियों की रिहाई की मांग करते हुए कैदियों ने दोपहर से भूख हड़ताल कर दी। अफसरों समझाते रहे मगर कैदी रात तक नहीं माने। जेल में भूख हड़ताल को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। सेंट्रल जेल के साथ जिला जेल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
कई कैदियों के बीमार होने की बात आई सामने--
- खबरों के मुताबिक भूख हड़ताल पर बैठे करीब छह कैदी बीमार पड़ गए, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया।
- वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार को कैदियों से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की मांग उठाई।
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस.एच.एम. रिजवी ने कहा कि उनकी मांग सरकार को बता दी गई है और इस पर जल्द फैसला लिए जाने की संभावना है।
- इस बीच, कुछ कैदियों ने हड़ताल खत्म करने के लिए उन पर दबाव बनाए जाने की बात कही है।
- लेकिन उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
कई दिनों से कैदी कर रहे भूक हड़ताल--
- आगरा जेल में कई दिन से चल रही हड़ताल के बीच केन्द्रीय कारागार में कैदियों के तेवर गुरुवार से बदले नजर आ रहे थे।
- शुक्रवार को कैदी पूरी तरह लामबंद हो गए और दोपहर से ही अन्न-जल त्याग दिया।
- जेल कर्मचारी खाना लेकर गए तो कैदियों ने बर्तन फेंक दिए।
- भनक लगते ही सेंट्रल जेल अधीक्षक पीएन पांडेय, जेलर और डिप्टी जेलरों के साथ कैदियों को मनाने में जुट गए मगर कैदी नहीं माने।
- भूख हड़ताल कर रहे कैदियों का कहना है कि बुजुर्ग हो चुके 80 साल से ज्यादा के कैदी सेंट्रल जेल बीमारी से दम तोड़ रहे हैं।
- सपा हाईकमान ने राज्य में सरकार बनने से पहले 14 साल की सजा काट चुके कैदियों की रिहाई कराने का वादा किया था मगर ऐसा हुआ अब तक नहीं है।
- सरकार तुरंत बूढ़े कैदियों की रिहाई कराए।
- अफसरों ने मामले की रिपोर्ट शासन को दे दी है।
- प्रशासन जेल के हालात पर नजर रख रहा है।
आगरा केंद्रीय कारागार में तकरीबन 2000 हजार कैदियों की चल रही भूख हड़ताल अभी खत्म भी नहीं हो पाई थी कि सेंट्रल जेल बरेली में भी कैदियों ने बगावत कर दी है। 14 साल की सजा पूरी कर चुके साथियों की रिहाई की मांग करते हुए कैदियों ने दोपहर से भूख हड़ताल कर दी। अफसरों समझाते रहे मगर कैदी रात तक नहीं माने। जेल में भूख हड़ताल को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। सेंट्रल जेल के साथ जिला जेल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
- खबरों के मुताबिक भूख हड़ताल पर बैठे करीब छह कैदी बीमार पड़ गए, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया।
- वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार को कैदियों से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की मांग उठाई।
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस.एच.एम. रिजवी ने कहा कि उनकी मांग सरकार को बता दी गई है और इस पर जल्द फैसला लिए जाने की संभावना है।
- इस बीच, कुछ कैदियों ने हड़ताल खत्म करने के लिए उन पर दबाव बनाए जाने की बात कही है।
- लेकिन उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
- आगरा जेल में कई दिन से चल रही हड़ताल के बीच केन्द्रीय कारागार में कैदियों के तेवर गुरुवार से बदले नजर आ रहे थे।
- शुक्रवार को कैदी पूरी तरह लामबंद हो गए और दोपहर से ही अन्न-जल त्याग दिया।
- जेल कर्मचारी खाना लेकर गए तो कैदियों ने बर्तन फेंक दिए।
- भनक लगते ही सेंट्रल जेल अधीक्षक पीएन पांडेय, जेलर और डिप्टी जेलरों के साथ कैदियों को मनाने में जुट गए मगर कैदी नहीं माने।
- भूख हड़ताल कर रहे कैदियों का कहना है कि बुजुर्ग हो चुके 80 साल से ज्यादा के कैदी सेंट्रल जेल बीमारी से दम तोड़ रहे हैं।
- सपा हाईकमान ने राज्य में सरकार बनने से पहले 14 साल की सजा काट चुके कैदियों की रिहाई कराने का वादा किया था मगर ऐसा हुआ अब तक नहीं है।
- सरकार तुरंत बूढ़े कैदियों की रिहाई कराए।
- अफसरों ने मामले की रिपोर्ट शासन को दे दी है।
- प्रशासन जेल के हालात पर नजर रख रहा है।
3rd September, 2016