लखनऊ दौरे पर वरुण गांधी
लखनऊ
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मीडिया नेस्ट और सिटीजन फोरम इंडिया की ओर से हुए कॉन्कलेव में शामिल होने आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव व सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश की राजनीति और नेताओं से जुड़ी कई बातों पर शर्म आती है। बहुत बुरा लगता है जब जनता के प्रतिनिधि वेतन बढ़ाने की मांग करते हैं। वरुण ने कहा कि पूंजीपति बैंकों का पैसा हड़प रहे हैं और गरीब लोन लेकर सुसाइड कर रहे हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि वह गांधी परिवार से न होते तो भाषण देने के बजाय भाषण सुनने वालो में होते हैं। उन्होंने कहा कि सिंगापुर में ग्रुप रिप्रेजेंटेशन सिस्टम लागू है. इसके तहत किसी व्यक्ति विशेष के बजाय किसी ग्रुप (व्यक्तियों का समूह) को चुनाव में उतारा जाता है जो किसी मुद्दे को लेकर एक साथ होते हैं। इस तरह की व्यवस्था भारत में लागू की जा सकती है या फिर एक वर्ग विशेष जैसे की किसान और बुनकर आदि का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी व्यक्ति को राज्यसभा में मौका देना चाहिए।
मेरी सैलरी न बढ़ाई जाए-
- वरूण ने कहा की तत्कालीन स्पीकर मीरा कुमार को पत्र लिख कर मैंने कहा कि अगर सैलरी बढ़ाई जाती है तो मुझे यह स्वीकार नहीं, मेरी न बढ़ाई जाए।
- उन्होंने कहा कि राजनीति सुधर सकती है जब जार्डन और सिंगापुर की तरह युवाओं को राजनीति में आमंत्रित किया जाए।
- राजनीति में सफल 82 प्रतिशत नौजवान राजनीतिक परिवारों से हैं, मैं फिरोज वरुण गांधी हूं इसलिए इस स्तर पर हूं।
- हमें प्रधान स्तर से ही ऐसे नौजवानों के लिए जगह आरक्षित कर देनी चाहिए जो किसी राजनीतिक परिवार से न हों।
- वरुण ने वल्र्ड बैंक की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि शहरों में गरीबी के कारण 20 प्रतिशत लोग इलाज तक नहीं करा पाते।
- शिक्षा का क्षेत्र बदहाल है। वरुण ने कहा कि राइट टु एजुकेशन के तहत एक लाख करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
- लेकिन भवन बना देने से बच्चे शिक्षित नहीं हो जाते।
- 5वीं कक्षा के लगभग आधे बच्चे कक्षा 1 की किताब नहीं पढ़ सकते,क्योंकि पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं, 6 लाख शिक्षक कम हैं।
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मीडिया नेस्ट और सिटीजन फोरम इंडिया की ओर से हुए कॉन्कलेव में शामिल होने आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव व सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश की राजनीति और नेताओं से जुड़ी कई बातों पर शर्म आती है। बहुत बुरा लगता है जब जनता के प्रतिनिधि वेतन बढ़ाने की मांग करते हैं। वरुण ने कहा कि पूंजीपति बैंकों का पैसा हड़प रहे हैं और गरीब लोन लेकर सुसाइड कर रहे हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि वह गांधी परिवार से न होते तो भाषण देने के बजाय भाषण सुनने वालो में होते हैं। उन्होंने कहा कि सिंगापुर में ग्रुप रिप्रेजेंटेशन सिस्टम लागू है. इसके तहत किसी व्यक्ति विशेष के बजाय किसी ग्रुप (व्यक्तियों का समूह) को चुनाव में उतारा जाता है जो किसी मुद्दे को लेकर एक साथ होते हैं। इस तरह की व्यवस्था भारत में लागू की जा सकती है या फिर एक वर्ग विशेष जैसे की किसान और बुनकर आदि का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी व्यक्ति को राज्यसभा में मौका देना चाहिए।
- वरूण ने कहा की तत्कालीन स्पीकर मीरा कुमार को पत्र लिख कर मैंने कहा कि अगर सैलरी बढ़ाई जाती है तो मुझे यह स्वीकार नहीं, मेरी न बढ़ाई जाए।
- उन्होंने कहा कि राजनीति सुधर सकती है जब जार्डन और सिंगापुर की तरह युवाओं को राजनीति में आमंत्रित किया जाए।
- राजनीति में सफल 82 प्रतिशत नौजवान राजनीतिक परिवारों से हैं, मैं फिरोज वरुण गांधी हूं इसलिए इस स्तर पर हूं।
- हमें प्रधान स्तर से ही ऐसे नौजवानों के लिए जगह आरक्षित कर देनी चाहिए जो किसी राजनीतिक परिवार से न हों।
- वरुण ने वल्र्ड बैंक की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि शहरों में गरीबी के कारण 20 प्रतिशत लोग इलाज तक नहीं करा पाते।
- शिक्षा का क्षेत्र बदहाल है। वरुण ने कहा कि राइट टु एजुकेशन के तहत एक लाख करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
- लेकिन भवन बना देने से बच्चे शिक्षित नहीं हो जाते।
- 5वीं कक्षा के लगभग आधे बच्चे कक्षा 1 की किताब नहीं पढ़ सकते,क्योंकि पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं, 6 लाख शिक्षक कम हैं।
4th September, 2016