इलाहाबाद
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इलाहाबाद में प्रशासनिक उपेक्षा के कारण 92 ई-रिक्शा दो महीने से पानी में खड़े होकर जंग खा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के बीच बांटने के लिये सवा करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से ई-रिक्शों की खरीददारी की गई थी। इन ई-रिक्शों वितरण प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजन खान को जुलाई में करना था। लेकिन उन्होंने लिस्ट में गड़बड़ी की बात कहकर ई-रिक्शों को बांटने से इनकार करते हुये अफसरों से नाराजगी जताई थी। जिसके बाद से ये 92 ई रिक्शा बरसात में खड़े होकर बर्बाद हो रहे हैं। इन ई-रिक्शों की देखभाल के नाम पर नगर निगम ने एक गार्ड की तैनाती कर रखी है जिसने पानी में खड़े होने के कारण रिक्शों के जंग लगने और टायर ट्यूब के खराब होने की रिपोर्ट अफसरों को दे दी है। लेकिन उसके बावजूद अभी तक ई-रिक्शों को पानी से हटाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
- जून महीने मे ई-रिक्शों के बांटने के लिये शहर के एक कालेज में रखा गया था।
- तभी से सभी ई-रिक्शे बरसात में खुले मैदान में खड़े हैं।
- पानी से भरे मैदान में खड़े होने के कारण रिक्शों के टायर ट्यूब सड़ रहे हैं।
- लेकिन किसी भी अफसर को दो महीने के भीतर इन ई-रिक्शों की याद नहीं आयी।
- जिस कराण पानी में खड़े सवा करोड के ई रिक्शे बर्बाद होने का इंतजार कर रहे हैं।
- इन ई-रिक्शों की देखभाल के नाम पर नगर निगम ने एक गार्ड की तैनाती कर रखी है।
- जिसने पानी में खड़े होने के कारण रिक्शों के जंग लगने और टायर ट्यूब के खराब होने की रिपोर्ट अफसरों को दे दी है।
- लेकिन उसके बावजूद अभी तक ई-रिक्शों को पानी से हटाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
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इलाहाबाद में प्रशासनिक उपेक्षा के कारण 92 ई-रिक्शा दो महीने से पानी में खड़े होकर जंग खा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के बीच बांटने के लिये सवा करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से ई-रिक्शों की खरीददारी की गई थी। इन ई-रिक्शों वितरण प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजन खान को जुलाई में करना था। लेकिन उन्होंने लिस्ट में गड़बड़ी की बात कहकर ई-रिक्शों को बांटने से इनकार करते हुये अफसरों से नाराजगी जताई थी। जिसके बाद से ये 92 ई रिक्शा बरसात में खड़े होकर बर्बाद हो रहे हैं। इन ई-रिक्शों की देखभाल के नाम पर नगर निगम ने एक गार्ड की तैनाती कर रखी है जिसने पानी में खड़े होने के कारण रिक्शों के जंग लगने और टायर ट्यूब के खराब होने की रिपोर्ट अफसरों को दे दी है। लेकिन उसके बावजूद अभी तक ई-रिक्शों को पानी से हटाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
- जून महीने मे ई-रिक्शों के बांटने के लिये शहर के एक कालेज में रखा गया था।
- तभी से सभी ई-रिक्शे बरसात में खुले मैदान में खड़े हैं।
- पानी से भरे मैदान में खड़े होने के कारण रिक्शों के टायर ट्यूब सड़ रहे हैं।
- लेकिन किसी भी अफसर को दो महीने के भीतर इन ई-रिक्शों की याद नहीं आयी।
- जिस कराण पानी में खड़े सवा करोड के ई रिक्शे बर्बाद होने का इंतजार कर रहे हैं।
- इन ई-रिक्शों की देखभाल के नाम पर नगर निगम ने एक गार्ड की तैनाती कर रखी है।
- जिसने पानी में खड़े होने के कारण रिक्शों के जंग लगने और टायर ट्यूब के खराब होने की रिपोर्ट अफसरों को दे दी है।
- लेकिन उसके बावजूद अभी तक ई-रिक्शों को पानी से हटाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
3rd September, 2016