विजय शंकर पंकज (यूरिड मीडिया)
लखनऊ
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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया से खाट राजनीति शुरु की। खरीदी गयी 300 खाटों को मैदान में बिछाकर जगह-जगह से बुलाये गये लोगों को बैठाया गया। इस खाट पंचायत में निर्धारित कांग्रेसियों ने क्षेत्रीय समस्या के नाम पर राहुल को जानकारी दी आैर उनसे इतर राहुल ने अपने चिर-परिचित अन्दाज में लोगों को किसानी का पाठ पढ़ाया। राहुल की इस किसानी पाठ से नाराज लोगों ने सभा खत्म होते ही लूट मचा दी आैर कांग्रेसियों की खरीदी घोटाले वाली खाट भी उठा ले गये।
देश की राजनीति का इससे बड़ा हास्यास्पद पहलू क्या होगा कि पीढ़ियों से किसानी की गरीबी में जीवन यापन करने वालों को कांग्रेसी राजकुमार किसानी समझाये। वह भी क्या,--हमने (कांग्रेस) ने किसानों का कर्ज माफ किया आैर मोदी ने उद्योगपतियों का। राहुल यहां पर भूल गये कि पिछले 10 वर्षो के शासन में कांग्रेसी सरकार ने कितने पूंजीपतियों का कितना कर्ज माफ किया। वैसे वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव किसानों का कर्ज माफी के ही वादे पर जीत गयी थी आैर उसी को कांग्रेस दोबारा यूपी में दोहराना चाहती है। राहुल को यह समझना चाहिए कि यूपी में 27 वर्ष से सत्ता से अलग रहने के कारण कांग्रेस की विश्वसनीयता ही समाप्त हो गयी है आैर जनता जानती है कि कांग्रेस की कोई दाल नही गलने वाली है। अब इसमें कांग्रेस चाहे कर्ज माफी का वादा करे या बिजली पानी फ्री का वादा। यूपी में इसके पहले से ही समाजवादी पार्टी मुफ्त सिंचाई, मुफ्त दवाई के साथ बेराजगारी भत्ता आैर लैपटाप बांटने का वादा करती आ रही है। सभी वादे पूरा करने वाली सपा सरकार पांच वर्ष में बेराजगारी भत्ता आैर सभी छात्रों को लैपटाप नही दे पायी। यहां तक कि कम्बल आैर साड़ी देने का वादा कमीशन के फेर में फाइलों में ही दब कर रह गया। अब सपा का नया शिगुफा स्मार्ट फोन बांटने का है। ऐसे में राजनीतिक दलों के वादा खिलाफी से प्रदेश की जनता वाकिफ है।
देवरिया में चीनी मिले खोलने की बात कहने वाले राहुल समझ नही पाये कि गोरखपुर का फर्टिलाइजर प्लान्ट आैर पुरानी चीनी मिलें कांग्रेस शासन के दौरान से ही बंदी की शिकार रही है। इस अवधि में सपा एवं बसपा की सरकारों ने मिट्टी के भाव चीनी मिलों की संपत्ति अपने पूंजीपति मित्रों को नीलाम कर दी जिसकी अब भी जांच चल रही है। राहुल की यह खाट किसान पंचायत एक माखौल बनकर रह गयी जब सभा समाप्त होते ही जनता खाट की लूट में जुट गयी। अब तो नेताओं को क्षेत्र की गरीबी आैर जनता की मजबूरी का एहसास हो जाना चाहिए। कांग्रेस जिस महात्मा गांधी को आदर्श मानती है, उस महात्मा ने जनता की गरीबी का एहसास कर सूट छोड़ एक धोती पहनना शुरु कर दिया आैर आजादी के 70 वर्ष बाद कांग्रेस जनता के इस यथार्थ को नही समझ पा रही है।
6th September, 2016