लखनऊ:-
मोदी सरकार के मंत्री अगले तीन महीनों में ताबड़तोड़ विदेश दौरे करेंगे। सरकार ने तय किया है कि इस साल के अंत तक ऐसे देशों में मंत्री स्तर का दौरा होगा जहां अब तक सरकार का कोई मंत्री नहीं गया। सूचना के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह हंगरी की यात्रा पर जाएंगे। हंगरी उन 68 देशों में से एक है जहां अब तक मोदी सरकार का कोई मंत्री नहीं गया। सिंह के अलावा कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद एस्तोनिया और लातविया के दौरे पर जाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार टोंगो जाएंगे जबकि भाजपा की साझेदार लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं खाद्य मंत्री राम विलास पासवान मॉरीशस जाएंगे।
मोदी सरकार के मंत्री करेंगे 68 देशों का दौरा--
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि 2016 के अंत तक सरकार ऐसे किसी भी देश का दौरा नहीं छोड़ेगी जहां भारतीय मंत्री अब तक नहीं गए हैं
- उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने अब तक ऐसे 68 देशों की पहचान की है।
- सुषमा ने यह भी कहा है कि जिन देशों का दौरा किया जाएगा, उससे जुड़े इंतजाम संबंधित राजदूत करेंगे और यदि कोई मंत्री उन देशों में किसी खास जगह की सैर करना चाहेंगे तो उनके लिए भी इंतजाम किए जाएंगे।
- आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इन देशों में मंत्रियों के दौरे का मकसद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और सहयोग के क्षेत्रों को तलाशना है।
लखनऊ:-
मोदी सरकार के मंत्री अगले तीन महीनों में ताबड़तोड़ विदेश दौरे करेंगे। सरकार ने तय किया है कि इस साल के अंत तक ऐसे देशों में मंत्री स्तर का दौरा होगा जहां अब तक सरकार का कोई मंत्री नहीं गया। सूचना के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह हंगरी की यात्रा पर जाएंगे। हंगरी उन 68 देशों में से एक है जहां अब तक मोदी सरकार का कोई मंत्री नहीं गया। सिंह के अलावा कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद एस्तोनिया और लातविया के दौरे पर जाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार टोंगो जाएंगे जबकि भाजपा की साझेदार लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं खाद्य मंत्री राम विलास पासवान मॉरीशस जाएंगे।
मोदी सरकार के मंत्री करेंगे 68 देशों का दौरा--
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि 2016 के अंत तक सरकार ऐसे किसी भी देश का दौरा नहीं छोड़ेगी जहां भारतीय मंत्री अब तक नहीं गए हैं
- उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने अब तक ऐसे 68 देशों की पहचान की है।
- सुषमा ने यह भी कहा है कि जिन देशों का दौरा किया जाएगा, उससे जुड़े इंतजाम संबंधित राजदूत करेंगे और यदि कोई मंत्री उन देशों में किसी खास जगह की सैर करना चाहेंगे तो उनके लिए भी इंतजाम किए जाएंगे।
- आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इन देशों में मंत्रियों के दौरे का मकसद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और सहयोग के क्षेत्रों को तलाशना है।
11th September, 2016