लखनऊ
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जैसे जैसे प्रदेश में चुनावी तापमान बढ़ता जा रहा है बलरामपुर जनपद के राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदल रहे हैं जिले में सबसे प्रभावशाली व मुस्लिमों में सबसे लोकप्रिय पूर्व सांसद अपनी सियासी हैसियत को बचाने के लिए कभी भी वर्तमान पार्टी को छोड़कर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं। भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि सपा से पूर्व सांसद अपने पुराने साथी व वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर से गले मिल सकते हैं।
मुस्लिम वोटो को कांग्रेस में साधने की तैयारी पूर्व सांसद का कांग्रेस पार्टी में जाना कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के रणनीति का हिस्सा हो सकता है "पीके" ने प्रदेश में कांग्रेस के पुराने वोट बैंक ब्राह्मण मुस्लिम व दलित पर दांव लगाने पर आक्रामक रुख अपना रखा है।अब पूर्वांचल में मुस्लिमों में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए पूर्व सांसद का सहारा लिया जा सकता है। जहाँ तक पूर्व सांसद की कांग्रेस पार्टी में भूमिका को लेकर जो चर्चाएँ चल रही हैं उसके अनुसार उन्हें पार्टी 2017 के चुनाव में बड़ी भूमिका के साथ उतार सकती है। मुस्लिमों में अच्छी पैठ रखने वाले पूर्व सांसद को अवध व पूर्वांचल की लगभग 15 से 20 सीटों पर स्टार प्रचारक के रूप में प्रोजेक्ट किया जा सकता है ,जिस कारण देवीपाटन मंडल सहित कई जिलों में मुस्लिम वोटर कांग्रेस के साथ जा सकते हैं जिससे सपा व बसपा जैसे दलों को भारी नुकसान हो सकता है। पूर्व सांसद के कांग्रेस में जाने की अटकलों से जहाँ उनके राजनीतिक हैसियत बढ़ेगी वहीँ कांग्रेस की स्थिति भी मजबूत हो सकती है।
सौजन्य से - आपकी खबर
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जैसे जैसे प्रदेश में चुनावी तापमान बढ़ता जा रहा है बलरामपुर जनपद के राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदल रहे हैं जिले में सबसे प्रभावशाली व मुस्लिमों में सबसे लोकप्रिय पूर्व सांसद अपनी सियासी हैसियत को बचाने के लिए कभी भी वर्तमान पार्टी को छोड़कर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं। भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि सपा से पूर्व सांसद अपने पुराने साथी व वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर से गले मिल सकते हैं।
मुस्लिम वोटो को कांग्रेस में साधने की तैयारी पूर्व सांसद का कांग्रेस पार्टी में जाना कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के रणनीति का हिस्सा हो सकता है "पीके" ने प्रदेश में कांग्रेस के पुराने वोट बैंक ब्राह्मण मुस्लिम व दलित पर दांव लगाने पर आक्रामक रुख अपना रखा है।अब पूर्वांचल में मुस्लिमों में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए पूर्व सांसद का सहारा लिया जा सकता है। जहाँ तक पूर्व सांसद की कांग्रेस पार्टी में भूमिका को लेकर जो चर्चाएँ चल रही हैं उसके अनुसार उन्हें पार्टी 2017 के चुनाव में बड़ी भूमिका के साथ उतार सकती है। मुस्लिमों में अच्छी पैठ रखने वाले पूर्व सांसद को अवध व पूर्वांचल की लगभग 15 से 20 सीटों पर स्टार प्रचारक के रूप में प्रोजेक्ट किया जा सकता है ,जिस कारण देवीपाटन मंडल सहित कई जिलों में मुस्लिम वोटर कांग्रेस के साथ जा सकते हैं जिससे सपा व बसपा जैसे दलों को भारी नुकसान हो सकता है। पूर्व सांसद के कांग्रेस में जाने की अटकलों से जहाँ उनके राजनीतिक हैसियत बढ़ेगी वहीँ कांग्रेस की स्थिति भी मजबूत हो सकती है।
सौजन्य से - आपकी खबर
11th September, 2016