लोक सभा का चुनाव जीतने के बाद मोदी ने अमित शाह को उत्तर प्रदेश में लोक सभा की ज्यादा सीटें जीतने का इनाम राष्ट्रिय अध्यक्ष बना कर दिया। अमित शाह को पार्टी की तरफ से चुनाव मैनेजमेंट का एक्सपेर्ट कहा गया। राजनाथ सिंह को राष्ट्रिय अध्यक्ष पद से हटा कर केंद्र सरकार में शामिल किया गया और यूपी के अन्य बड़े नेताओं को किनारे कर दिया गया। अमित शाह के राष्ट्रिय अध्यक्ष बनने के बाद ही दिल्ली व बिहार विधानसभा के चुनाव में भाजपा के हार ने अमित शाह के मैनेजमेंट की कलई फोड़ दी।
ऐसे हालात में मोदी और अमित की जोड़ी जन भावनाओं को आदर करने में विफल होती है तो 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश, पुंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा को खामियाजा भुगतना पड़ेगा।