लखनऊः
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव 3 नवंबर से अपनी विकास योजनाओं को लेकर रथयात्रा पर निकल रहे हैं। इसका नाम 'विकास से विजय की ओर' रखा गया है। सूत्रों की मानें तो इसे अखिलेश समर्थकों के लिए ताकत दिखाने का पहला बड़ा मौका माना जा रहा है। पहली बार विरोधियों को इस बात का अहसास कराया जाएगा कि मुख्यमंत्री अखिलेश की संगठन में भी पकड़ बनी हुई है। रविवार को अखिलेश के सपोर्ट में रामगोपाल यादव ने पार्टी वर्कर्स को एक लेटर लिखा है। इसमें कहा है 'जहां अखिलेश वहां विजय। उनका विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे।'
रामगोपाल ने पत्र में लिखाः
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- 'हम चाहते हैं कि माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बने। वे चाहते हैं कि हर हालत में अखिलेश यादव हारें।'
- 'हमारी सोच पोजीटिव है, उनकी निगेटिव। माननीय मुख्यमंत्री के साथ वे लोग हैं जिन्होंने पार्टी के लिए खून बहाया, अपमान सहा। उधर वे लोग हैं जिन्होंने हजारों करोड़ रुपया कमाया, व्यभिचार किया और सत्ता का दुरुपयोग किया।'
- 'जनता को भ्रमित करने के लिए कुछ लोग मध्यस्थता करते हैं, बयानबाजी करते हैं। बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस है। इस फांस को और शॉर्प करना है।'
- 'अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे। न डरें, न विचलित हों। जहां अखिलेश, वहां विजय।'
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव 3 नवंबर से अपनी विकास योजनाओं को लेकर रथयात्रा पर निकल रहे हैं। इसका नाम 'विकास से विजय की ओर' रखा गया है। सूत्रों की मानें तो इसे अखिलेश समर्थकों के लिए ताकत दिखाने का पहला बड़ा मौका माना जा रहा है। पहली बार विरोधियों को इस बात का अहसास कराया जाएगा कि मुख्यमंत्री अखिलेश की संगठन में भी पकड़ बनी हुई है। रविवार को अखिलेश के सपोर्ट में रामगोपाल यादव ने पार्टी वर्कर्स को एक लेटर लिखा है। इसमें कहा है 'जहां अखिलेश वहां विजय। उनका विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे।'
रामगोपाल ने पत्र में लिखाः
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23rd October, 2016