लखनऊ
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समाजवादी पार्टी में चल रहे घमासान के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आज राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया चौधरी अजित सिंह से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। चुनाव से पहले सपा की इस पहल से उप्र में महागठबंधन की अटकलें तेज हो गयी हैं।
सपा के सूत्रों के अनुसार आगामी पांच नवम्बर को सपा की रजत जयंती समारोह में भाग लेने के लिए रालोद मुखिया को आमंत्रण देने शिवपाल यादव गये थे। डा0 राम मनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह के अनुयायियों को वह आमंत्रित कर रहे हैं। इससे पूर्व शिवपाल यादव ने तदयू नेता शरद यादव और केसी त्यागी से भी मुलाकात की। चौधरी अजित सिंह ने रजत जयंती समारोह में शरीक होने की बात कही। शिवपाल ने कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी बंद कमरे में मुलाकात की। इस दौरान उप्र विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। इस बैठक में जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी भी उपस्थित रहे। सूत्रों का कहना है कि शिवपाल की प्रशान्त किशोर से मुलाकात केसी त्यागी ने ही करायी। शिवपाल ने इससे पहले श्री त्यागी के अलावा जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से भी मुलाकात की थी।
उत्तर प्रदेश में भाजपा को रोकने लिए सपा बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने की तैयारी में है। इसमें कांग्रेस को भी शामिल करने की योजना बन रही है। सपा के 25 साल पूरे होने पर पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम में लखनऊ में सबका जमावड़ा होगा और वहीं महागठबंधन की रणनीति बनेगी। इसी के मद्देनजर सपा मुखिया ने शिवपाल को दिल्ली भेजा है। वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और राजद मुखिया लालू यादव को भी पांच नवम्बर के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
परिवार की लड़ाई के चलते उत्तर प्रदेश में सपा के ग्राफ में एकाएक गिरावट आयी है। ऐसे में पार्टी महागठबंधन के जरिये प्रदेश में दोबारा सत्ता हथियाने के फिराक में है। बिहार चुनाव के पहले भी महागठबंधन बना था लेकिन चुनाव के ऐन वक्त पर सपा ने ही गठबंधन से अपने को अलग कर लिया था। ऐसे में मुलायम की इस पहल पर अन्य दलों के नेताओं की क्या प्रतिक्रिया होगी, इसका परिणाम पांच नवम्बर को ही पता चल पायेगा।
29th October, 2016