लखनऊः
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यूपी में महागठबंधन की संभावनाओं के चलते अखिलेश यादव और महान रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच लगभग 3 घंटे तक मीटिंग चली। बताया जा रहा है कि मीटिंग में गठबंधन और 150 सीटों को लेकर चर्चा हुई है। बैठक के बारे में प्रशांत ने फोन पर इतना ही कहा- ''मैं दिल्ली निकल चुका हूं।'' बता दें, इससे पहले अखिलेश ने प्रशांत किशोर को मीटिंग के लिए वक्त नहीं दिया था। ऐसे में, अब इस मीटिंग के बाद फिर से कयास लगने शुरू हो गए हैं कि कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन हो सकता है। मीटिंग में अखिलेश ने चुनावी फायदों को समझा।
- सूत्रों के मुताबिक, सीएम आवास पर चली लंबी मीटिंग में सीएम अखिलेश ने प्रशांत से कांग्रेस से गठबंधन के चुनावी फायदों को समझा।
- बताया जा रहा है कि मीटिंग में धर्म और जाति के अनुसार 150 सीटों को लेकर चर्चा हुई है।
- इनमें मुस्लिम बहुल सीटें ज्यादा हैं। सपा और कांग्रेस में गठबंधन होता है तो प्रदेश के 18.5 फीसदी मुस्लिम वोटर्स का वोट नहीं बिखरेगा।
- इसके अलावा पीके ने दूसरे दलों के साथ गठबंधन, जातीय समीकरण जैसी चीजों के बारे में भी अखिलेश को बताया।
- मीटिंग के बाद ये भी तय हुआ है कि अगली मीटिंग में सपा और कांग्रेस के कई बड़े नेता भी शामिल होंगे।
यूपी में कांग्रेस नेताओं को पता ही नहींः
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- बैठक को लेकर कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, "प्रशांत कांग्रेस की तरफ से गठबंधन पर चर्चा कर रहे हैं, ऐसा मुझे नहीं लगता।''
- बता दें, कांग्रेस यूपी चीफ राज बब्बर और संजय सिंह कह चुके हैं कि कोई भी बाहरी व्यक्ति हमारे गठबंधन पर बात नहीं करेगा।
सौजन्य से- Bhaskar
8th November, 2016