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रामगोपाल से भयभीत अमर गाथा...

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रामगोपाल से भयभीत अमर गाथा...

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यदुबंशी बनने का अमर मोह-- 

अब यही वजह है कि अमर सिंह को यह डर सताने लगा है कि रामगोपाल के रहते, मुलायम सिंह को गिरफ्त में लेने या फंसाने का उनका तिकड़म नही चल पायेगा। राम गोपाल सपा के चाणक्य की तरह अमर सिंह जैसे अमात्य राक्षस की हर कांट जानते है। यही वजह रही कि अमर सिंह समय से पहल ही विधवा विलाप कर अपनी घेरा बंदी करना चाहते है। अमर सिंह ने मुलायम सिंह यादव को गिरफ्त में लेने के लिए जिस प्रकार उनकी पत्नी आैर भाई शिवपाल यादव का इस्तेमाल किया, उसका परिणाम यह रहा कि 40 वर्षो में पहली बार प्रदेश के इस सबसे ताकतवर यदुबंशी परिवार के पर्दे के पीछे की बाते आम जनता के बीच आ गयी। पार्टी आैर प्रतिद्वन्दी दलों में जिस मुलायम सिंह की कड़क की धाक होती थी, वह घर आैर पार्टी में ही  बिखर कर रही गयी। अब अमर सिंह को इतने से ही संतोष करना पड़ेगा कि सत्ता में भागीदारी का लाभ तो नही ले पाये परन्तु किसी भी प्रकार से राज्यसभा का टिकट तो मिल ही गया। वैसे भी सपा का राष्ट्रीय महामंत्री होते हुए भी  अमर को कोई खास राजनीतिक उपलब्धि नही मिलने वाली है। पार्टी के ताकतवर एवं राजनेता उन्हें पहले से ही घास नही डालते है आैर अब इस छिछालेदर के बात कार्यकर्ता भी महत्व नही देने वाला है।


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