कानपुर:
उत्तर प्रदेश में कानपुर में हादसे का शिकार हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 30 घंटे बीत जाने के बाद भी राहत काम पूरा नहीं हो पाया है. अब भी बोगियों से शव निकाले जा रहे हैं. इस भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या अब तक 142 पहुंच गई है, जबकि 200 लोग जख्मी हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
आपको बता दें कि इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस रविवार को तड़के तीन बजे तब दुर्घटनाग्रस्त हो गई जब लोग गहरी नींद में थे.
ताज़ा जानकारी के मुताबिक एनडीआरएफ की टीम ने बताया कि अभी भी लोग ट्रेन के अंदर फंसे हुए हैं जिन्हें बाहर निकालने का काम किया जा रहा है. कानपुर के पुखरायां में रात भर बचाव और राहत अभियान चला. हालांकि रात में किसी भी यात्री के जिंदा निकालने की खबर नहीं है.
ये हादसा इतना भयानक था कि ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरे गए. कई डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए. उनके परखच्चे उड़ गए. इस हादसे में एसी के 5, स्लीपर के 6, जनरल के दो और लगैज के एक डब्बे को नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा नुकसान S-2 बोगी को हुआ है.
हर तरफ सदमा
अब तक 142 शव मिले हैं. यूपी पुलिस, सेना और एनडीआरएफ के जवानों ने मिलकर राहत और बचाव के कार्य को अंजाम दिया. इस घटना के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दूसरे बड़े नेताओं ने अफसोस जताया है.
स्पेशल ट्रेन पहुंची पटना
इंदौर पटना एक्सप्रेस हादसे के बाद कल देर रात स्पेशल ट्रेन घायलों और बाकी दूसरे यात्रियों को लेकर पटना पहुंची. करीब साढ़े तीन सौ य़ात्री पटना जंक्शन पर स्पेशल ट्रेन के जरिए पहुंचे.
हादसे की जांच के आदेश
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं. प्रभु ने ट्वीट किया, ‘‘इस दुर्घटना के बाद राहत कार्य संचालित किए जा रहे हैं. मेडिकल और अन्य मदद पहुंचाई गई है. जांच के आदेश दिए गए हैं.’’
मृतकों के परिवार वालों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने दुर्घटना में हताहत हुए लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. मृतकों के परिजनों के लिए 3.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 50 हजार और साधारण रूप से घायलों के लिए 20 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. इसके साथ ही पीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रुप ये घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों को 5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया. मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी मृतक के परिजनों को 2 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.
ट्रैक फ्रैक्टर हो सकता है हादसे की वजह: रेलवे सूत्र
हादसे के शुरूआती आकलन में इस डिरेलमेंट की वजह ट्रैक फ्रैक्चर को माना जा रहा है, जिसको पहले डिटेक्ट नहीं किया जा सका. सर्दियों में अक्सर इस तरह की शिकायतें आती है. इसलिए ट्रैक मैन ट्रेन गुजरने के पहले पटरी की जांच करता है. रेलवे सूत्रों के मुताबिक चूक जांच में रह सकती है. हालाकिं CRS यानि कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की जाँच रिपोर्ट के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आएगी. हादसे की जांच जारी है.
रेलमंत्री ने दिए जांच के आदेश
हादसे में स्लीपर के 6 और एसी के 3 कोच सबसे ज्यादा दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं. खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा मौतें s 1 और s 3 कोच में हुईं हैं. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा दुर्घटना स्थल के रवाना हो चुके हैं. रेलवे ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं. इसके साथ ही रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”पटना इंदौर एक्सप्रेस दुर्घटना में इतने लोगों की मृत्य दुखद है. मैंने रेलमंत्री सुरेश प्रभु से बात की है. वे खुद घटना पर नजर बनाए हुए हैं.”
अखिलेश यादव भी घटना पर नजर बनाए हुए हैं
यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने कानपुर ट्रेन हादसे पर डीजीपी से बातचीत करके राहत कार्य पर नजर रखने के लिए कहा है. जिस जगह हादसा हुआ वहां के आसपास के गांव के लोग भी मदद के लिए आगे आए हैं.
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया कि डीजीपी से बात कर हादसे में घायल लोगों को ले जा रही एंबुलेंस के लिए ट्रैफिक रूट को साफ करने के लिए कहा गया है. हादसे पर सीएम अखिलेश यादव ने अधिकारियों के साथ बैठक कर किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने के आदेश दिए हैं।
courtesy-NDTV