लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीसीएस अधिकारियों का मनोबल बढाने के लिए विभिन्न उपाय करने का दावा करते हुए आज कहा कि एसपी सरकार के समय 240 पीसीएस अधिकारियों को पदोन्नति देकर आईएएस अधिकारी बनाया गया.
अखिलेश ने पीसीएस एसोसिएशन की वाषिर्क बैठक में कहा, ‘‘पीसीएस अधिकारियों पर सरकार की योजनाओं को लागू करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. इन अधिकारियों ने ये जिम्मेदारी बखूबी निभायी है.’’ उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने सरकार के साथ सहयोग किया है और आज जो विकास कार्य नजर आ रहे हैं, वे इन अधिकारियों के प्रयास का नतीजा है.
फिर सत्ता में आए तो अधिकारियों की समस्याओं का निराकरण: अखिलेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) एसोसिएशन के दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का उद्धाटन करते हुए कहा कि अधिकारियों की समस्याओं से अब अवगत हुआ हूं. अगली बार एसपी की सरकार बनी तो अधिकारियों की समस्याओं का निराकरण करूंगा. यह अधिवेशन नौ साल बाद हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं को अधिकारियों ने जनता तक पहुंचाया है और उनके अच्छे कामों से सरकार की छवि सुधरती है. उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन हमेशा होना चाहिए, क्योंकि इससे आपस में मेलजोल बढ़ाने का मौका मिलता है.
गौरतलब है कि शासन में पीसीएस अफसरों की अहम भूमिका होती है. एक दशक पहले तक इस संगठन की धाक हुआ करती थी. लेकिन एसोसिएशन की कमजोरी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल 2007 के बाद से इसका वार्षिक अधिवेशन तक भी आयोजित नहीं हो पाया था.
साल 2007 में बाबा हरदेव सिंह एसोसिएशन के अध्यक्ष थे. उस समय मुख्यमंत्री मायावती न सिर्फ बतौर मेहमान अधिवेशन में शिरकत की थीं, बल्कि कई अहम घोषणाएं भी की थीं. इसी साल बाबा हरदेव सेवानिवृत्त हो गए. उनके संगठन से विदा होते ही गुटबाजी शुरू हो गई और सालाना जलसा बंद हो गया. इस बीच कई नए बैच और सैकड़ों की संख्या में नए अधिकारी सेवा में आए. इसके बावजूद नए और पुराने अधिकारियों को एक साथ बैठने, समस्याएं साझा करने का मौका नहीं मिला.
विधानसभा चुनाव के मौके पर ही सही, मौजूदा कार्यकारिणी के प्रयास से अधिवेशन का आयोजन हुआ, जिसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संबोधित किया. इससे एसोसिएशन के सदस्य काफी उत्साहित हैं.
सौजन्य से- abp