यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी की वजह से यूपी चुनाव में देरी की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि जो चुनाव अगले दो-तीन महीने मे होने थे, उस चुनाव में अब चार महीने का वक्त लग सकता है. अखिलेश रविवार को पुराने लखनऊ के सौन्दयीकरण के कार्यक्रम में बोल रहे थे।
अखिलेश यादव ने कहा उनके विरोधी उनपर आरोप लगा रहे हैं कि वो चुनाव की जल्दबाजी में आधे-अधूरे प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर रहे हैं, चाहे वो एक्सप्रेस वे हो या फिर मेट्रो, लेकिन असल बात कि उनके पास पर्याप्त समय है, क्योंकि चुनाव अभी दूर है. जो चुनाव जल्द दिख रहे थे, उसमें कम से कम तीन महीने का वक्त तो और लगेगा. हो सकता है कि इसमें चार महीने भी लग जाए. लेकिन, मुश्किल उन्हें जरूर है जिनकी नोटबंदी की वजह से रैलियां और यात्राऐं रुक गई हैं।
अखिलेश यादव ने मोदी सरकार की नोटबंदी पर फिर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि हम समाजवादियों को नोटबंदी की कोई फिक्र नहीं है, क्योंकि हम बगैर नोट के ही चुनाव लड़ लेंगे. समझे वो जो बिना पैसे के चुनाव नहीं लड़ सकते. अखिलेश ने फिर कहा कि मोदी सरकार ने नोटबंदी कर गरीब लोगों को दुख पहुंचाया है और जो गरीबो को दुख पहुंचाता है, उसे जनता माफ नहीं करती और इसका जबाव चुनाव में देगी।