लखनऊः
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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायवती और उनके करीबीयों पर आयकर विभाग ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। आयकर विभाग ने आयकर न देने के मामलें में 5 याचिकांए सुनवाई के लिए दुबारा तैयार कर ली है।
आपको बता दे की यूपी के विधानसभा चुनाव को देखते हुए आयकर विभाग का ये कदम काफी अहम माना जा रहा है।
ये याचिकाएं विभिन्न व्यक्तियों की ओर दर्ज कराई गई शिकायतें हैं, जिसमें वित्तीय धांधली या टैक्स चोरी का आरोप लगाया गया है।
अक्टूबर में शुरू हुई थी कार्रवाईः
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- माया के खिलाफ पुराने मामलों को दोबारा खोलने का पत्राचार अक्टूबर के मध्य में शुरू हुआ था।
- इसमें माया और उनके भाई आनंद कुमार के खिलाफ बकाया 5 याचिकाओं पर तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था।
- लखनऊ में आयकर विभाग महानिदेशालय ने मायावती, उनके परिवार और सलाहकारों के खिलाफ ये याचिकाएं गाजियाबाद/नोएडा में आयकर विभाग के प्रिंसिपल कमिश्नर को तत्काल और उचित कार्रवाई के लिए भेज दी हैं।
फर्जी कंपनियां बनाने का आरोपः
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- इस मामले में विस्तृत जांच-पड़ताल के बाद आयकर विभाग की धारा 148 के तहत इन मामलों को दोबारा सुनवाई के लिए लिस्ट किया है।
- जिन याचिकाओं को दोबारा सुनवाई के लिए वर्गीकृत किया गया है, उनमें 2012 में दर्ज कराई गई बीजेपी नेता किरीट सोमैया की शिकायत शामिल है, जिसमें उन्होंने मायावती के खिलाफ आर्थिक अनियमितता का आरोप लगाया था।
- कलराज मिश्र ने मायावती और उनके भाई आनंद कुमार पर फर्जी कंपनियां बनाने का आरोप लगाया था।
18th December, 2016