समाजवादी पार्टी में पिता और पुत्र की जंग के बीच सोमवार को मुलायम सिंह यादव पार्टी चिह्न साइकिल पर दावा करेंगे. मुलायम के साथ अमर सिंह और शिवपाल भी चुनाव आयोग पहुंच कर हलफनामा पेश करेंगे. अखिलेश गुट पहले ही चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल कर चुका है. इस बीच, शिवपाल यादव मुलायम सिंह से मिलने पहुंचे हैं. आज चुनाव आयोग के सामने जवाब दाखिल करने का आखिरी दिन है.
चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल करने की आखिरी तारीख 9 फरवरी है. आयोग ने दोनों पक्षों को अपने-अपने कागजात 9 जनवरी तक जमा करने को कहा है. अखिलेश खेमा पहले ही आवश्यक कागज जमा कर चुका है.
इससे पहले रविवार को मुलायम सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में साफ कहा कि मैं अब भी समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष हूं और शिवपाल यादव सपा के यूपी अध्यक्ष हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव पार्टी से बाहर किए जा चुके हैं, ऐसे में उन्हें अधिवेशन बुलाने का कोई अधिकार नहीं. वहीं सूत्रों से खबर है कि अमर सिंह ने मुलायम सिंह के सामने पार्टी से इस्तीफे की पेशकश की है.
वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी लीडर एनडी तिवारी ने मुलायम सिंह यादव को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अखिलेश को राजनीतिक विरासत सौंप दें.
अब सबकुछ अखिलेश का: मुलायम
रविवार को दिल्ली पहुंचकर मुलायम ने शिवपाल यादव और अमर सिंह के साथ बैठक की. इस दौरान बाहर नारे लगा रहे कार्यकर्ताओं को उन्होंने बुलाया और कहा कि अखिलेश मेरा ही लड़का है. अब हम क्या करें, वह जो कर रहा है उसे करने दो, हम क्या कर सकते हैं. मार थोड़े ही देंगे. अब सब कुछ उसके पास है, मेरे पास क्या है. मेरे पास तो गिनती के विधायक हैं. अखिलेश के खिलाफ मुलायम कुछ भी नहीं बोले, हां यह जरूर कहा कि कई जगह सड़कों का विकास हुआ है, तो उसमें पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर शिवपाल यादव का भी योगदान है. कुछ इस तरह मुलायम ने शिवपाल की तारीफ कर दी. उस वक्त शिवपाल साथ ही बैठे थे.
9th January, 2017