उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी में सुलह की कोई भी गुंजाईश नजर नहीं आ रही है, समाजवादी पार्टी में मचे घमासान पर पार्टी में बने दो खेमे पहले ही नाम और निशान के लिए झगड़ते हुए चुनाव आयोग पहुँच चुके हैं।
10 जनवरी को सपा प्रमुख-अखिलेश की हुई थी बैठक:
समाजवादी पार्टी में मचे घमासान पर पार्टी में पहले से ही दो गुट बन चुके हैं।
पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर चुनाव आयोग में अर्जी दी गयी है।
इसी बीच सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने 10 जनवरी को मुख्यमंत्री अखिलेश को अपने आवास पर बुलाया।
जहाँ दोनों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में बैठक चली।
साथ ही बैठक में मुलायम-अखिलेश के अलावा कोई मौजूद नहीं था।
वहीँ बैठक के बाद सभी को ऐसा लग रहा था कि, अब शायद दोनों खेमों के बीच सुलह हो जाएगी।
जिसके बाद सपा प्रमुख 11 जनवरी को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस की घोषणा कर दी।
अलग ही हैं रास्ते:
11 जनवरी को एक ओर जहाँ सपा प्रमुख प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं।
वहीँ मुख्यमंत्री अखिलेश 5 केडी में अपनी लिस्ट के उम्मीदवारों के साथ बैठक कर रहे हैं।
जिसके बाद ऐसी सम्भावना बन रही है कि, शायद सुलह की सभी कोशिशें बेकार चली गयी हैं।
अब ये फैसला तो सपा प्रमुख की प्रेस कांफ्रेंस के बाद ही होगा कि, पार्टी में दो रास्ते होंगे या एक।
11th January, 2017