गोवा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा 8 जनवरी को भाषण के दौरान वोट के लिए नोट लेने की अपील को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए फटकार लगाई है. उन्हें दोबारा इस तरह के बयान नहीं देने का सख्त निर्देश दिया है. इधर, चुनाव आयोग की इस फटकार पर आम आदमी पार्टी ने नाराजगी जताई है.
चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि चुनाव आयोग का ये निर्देश सरासर गलत है. निचली अदालत ने इस मामले में मेरे पक्ष में फैसला दिया था. चुनाव आयोग ने कोर्ट के फैसले को नजरअंदाज किया है. केजरीवाल ने ट्वीट में चुनाव आयोग के इस फैसले को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है.
दरअसल मामला 8 जनवरी का है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोवा के चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था, अगर कांग्रेस या बीजेपी के प्रत्याशी आपको वोट डालने के लिए पैसे आॅफर करें तो उनको इनकार मत कीजिएगा. क्योंकि ये आपके ही पैसे हैं और इनको वापस लेने में कोई गलत नहीं है. यही नहीं अगर वे पैसे आॅफर न करें तो भी उनके पार्टी कार्यालय जाइए और पैसे की मांग कीजिए. और जब वोट डालने की बारी आए तो आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के आगे बटन दबाएं.
केजरीवाल के इस भाषण की सीडी चुनाव आयोग ने स्थानीय प्रशासन से मांगा था, इसके अलावा आयोग ने इस मामले में उनसे जवाब भी दाखिल करने को कहा था.