नई दिल्ली-- अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान एचडीएफसी बैंक में लगभग 4,500 कर्मचारियों की कमी देखने को मिली है। आपको बता दें कि इसी दौरान बैंक का शुद्ध मुनाफा 15.14 फीसदी बढ़कर 3,865.33 करोड़ रुपये हो गया। जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में बैंक को 3,356.84 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। किसी एक तिमाही में बैंक की ओर से कर्मचारियों की छटनी का यह सबसे बड़ा मामला है।
विश्लेषकों का मानना है कि यदि इकोनॉमिक रिकवरी की गति नहीं बढ़ती तो यह प्रकिया जारी रहने की संभावना है। बैंक की और से संकेत मिले हैं कि आने वाले दिनों में हायरिंग (भर्तियों) की रफ्तार घट सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह ऑटोमेशन बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न उपायों से प्रोडक्टिविटी में बढ़ोतरी करने पर फोकस कर रहा है।
एचडीएफसी बैंक का कहना है कि यह छटनी मुख्य तौर कर्मचारियों के नौकरी बदलने और भर्तियों की गति को सामान्य से कम रखने के कारण आई है। ऐसा बीते कुछ महीनों में प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के चलते हुआ है।
बैंक की दिसंबर 2016 में कुल कर्मचारियों की संख्या गिरकर 90,421 हुई, जो कि सितंबर 2016 में 95,002 के स्तर पर थी। बैंक डेटा से सामने आया है कि इस तरह कर्मचारियों की संख्या में 5 फीसदी की कमजोरी आई है। इनमें से कुछ कर्मचारियों ने नौकरी बदली भी होगी।
दाइवा कैपिटल मार्केट्स के रिसर्च हेड पुनीत श्रीवास्तव ने बताया, 'यह नौकरी प्रमुख रूप से रिटेल में बैंक की ऐसेट क्रिएशन से जुड़ी हैं। किसी भी बिजनेस में कर्मचारी नौकरी बदलते ही हैं, लेकिन किसी एक तिमाही में किसी बैंक के मामले में कर्मचारियों की संख्या में इतनी बड़ी कमी का कोई मामला मुझे याद नहीं आ रहा है।'
27th January, 2017