यूपी विधानसभा चुनाव में एक दूसरे से हाथ मिलाने के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस अब चुनाव प्रचार की तैयारियों में जुट गई है.
इसी क्रम में रविवार को समाजवादी पार्टी के नए सुप्रीमो अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस संबोधित करेंगे. इसके बाद दोनों नेताओं का रोड शो का कार्यक्रम है.
दोपहर एक बजे अखिलेश यादव लखनऊ के होटल ताज में राहुल गांधी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. उसके बाद करीब 2 बजे अखिलेश और राहुल रोड शो के जरिए गठबंधन का चुनावी शंखनाद करेंगे. ऐसे में किसी पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने न्यूज18 इंडिया से कहा कि अखिलेश और राहुल एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद दोनों 'यूपी को यह साथ पसंद है' चुनावी नारा लॉन्च करेंगे. उन्होंने दावे के साथ कहा कि यूपी में 11 मार्च को सपा-कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है.
बता दें गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने साझा चुनावी रणनीति तैयार की है, इसके तहत अखिलेश यादव और राहुल गांधी संयुक्त रूप से 14 चुनाव रैलियों को संबोधित करेंगे.
साझा चुनाव प्रचार कार्यक्रम के तहत दोनों ही नेता प्रत्येक चरण में दो-दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे. प्रदेश में साथ चरणों में मतदान होना है. कांग्रेस और सपा उत्तर प्रदेश का चुनाव मिलकर लड़ रही हैं. गठबंधन के तहत सपा 298 और कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. हालांकि, अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर मामला उलझा हुआ है.
यूपी में सात चरणों में वोटिंग
उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के अखिलेश धड़े के बीच गठबंध के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है, वैसे में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.
ये होंगे मुद्दे
इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के अलावा प्रदेश की कानून-व्यवस्था, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और विकास का मुद्दा प्रमुख रहने वाला है. जहां एक ओर बीजेपी और बसपा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार को घेर रही हैं, वहीँ विपक्ष नोटबंदी के फैसले को भी चुनावी मुद्दा बना रहा है.
यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. 2012 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने 224 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. पिछले चुनावों में बसपा को 80, बीजेपी को 47, कांग्रेस को 28, रालोद को 9 और अन्य को 24 सीटें मिलीं थीं.
29th January, 2017