कानपुर-- शहर के जाजमउ के केडीए कालोनी में बुधवार दोपहर बाद एक निर्माणाधीन सात मंजिला इमारत गिरने से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों के घायल होने की खबर है. बताया जा रहा है कि अब भी मलवे में कई लोग दबे हुए हैं.
17 घायल मजदूर मलबे से निकाले गये है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि इमारत में कितने मजदूर काम कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर कानपुर के जिलाधिकारी (डीएम) कौशल राज शर्मा का कहना है कि उनके पास चार मजदूरों की मौत की खबर है. घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जायेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
स्थानीय लोगों के मुताबिक यह निर्माणाधीन इमारत समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम की है. इधर सपा नेता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि हादसे के बाद सपा नेता अपने घर से फरार हो गये.
कानपुर पुलिस के डीआईजी राजेश मोदक ने बताया कि केडीए कालोनी में एक सात मंजिला भवन का निर्माण हो रहा था कि बुधवार दोपहर बाद इस निर्माणाधीन भवन के ढहकर गिरने लगे. उसमें काम कर रहे मजदूर इमारत के मलबे में दब गये. उन्होंने बताया कि अभी तक सात मजदूरों के शव बाहर निकाले गये है तथा करीब 17 घायल मजदूरों को मेडिकल कालेज के हैलट अस्पताल और काशीराम ट्रामा सेंटर भेजा जा चुका है.
मृतक और घायल मजदूरों में कुछ महिलायें भी शामिल है. इनमें से करीब आधा दर्जन घायल मजदूरों की हालत चिंताजनक है. राहत और बचाव कार्य जारी है और सेना को भी बुला लिया गया है. घटना की जानकारी मिलते ही वहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गये. सेना और पुलिस द्वारा मलबे को हटाने का काम जारी है. डीआईजी के मुताबिक पूरी तरह से मलबा हटाने के बाद ही सही मृतकों और घायलों की संख्या पता चल सकती है.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि इस इमारत के मलबे में अभी कम से कम तीस मजदूर फंसे हो सकते है. राहत और बचाव के लिये एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया जा रहा है. इस घटना में मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है. घटनास्थल के आसपास डाक्टरों की टीम तथा एंबुलेंस लगी हुई है जो मलबे से निकलने वाले मजदूरों को तुरंत अस्पताल पहुंचा रही है.
अस्पताल में डाक्टरों को एलर्ट पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराने की बात भी कही है. उन्होंने माना कि इमारत का मलबा साफ करने में अभी काफी समय लग सकता है. सेना और पुलिस के जवान मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने में लगे है. मलबा हटाने के लिये जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है इस इमारत के निर्माण के लिये केडीए (कानपुर विकास प्राधिकरण) से नक्शा पास कराया गया था या नहीं.
2nd February, 2017