नई दिल्ली-- एआईएडीएमके के पूर्व सांसद पीएच पांड्यन ने मंगलवार को एक सनसनीखेज दावा किया है। पांड्यन ने आरोप लगाया है कि मौत से पहले जयललिता के साथ बदतमीजी की गई थी। पांड्यन ने यह आरोप भी जड़ा है कि शशिकला और जयललिता के बीच पोएस गार्डन में कुछ संदेहास्पद घटनाएं हुईं थीं। पांड्यन ने जयललिता की मौत के लिए सीधे तौर पर शशिकला को संदेह के दायरे में रखकर आरोप लगाए।
पांड्यन ने कहा कि मौत से पहले जयललिता के साथ धक्का-मुक्की की गई थी। पोएस गार्डन के घर में जयललिता को धक्का दिया गया, जिसके बाद वह बेहोश हो गईं। उन्हें आननफानन में अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जयललिता और शशिकला के बीच किसी मुद्दे पर गर्मागर्म बहस हुई थी। जयललिता नहीं चाहती थी कि शशिकला तमिलनाडु की सीएम बनें। एआईएडीएमे नेता मनोज पांड्यन ने कहा, दिवंगत जयललिता ने एक बार मुझसे कहा था कि वह यह नहीं चाहती हैं कि शशिकला मुख्यमंत्री बनें।
उन्होंने यह भी कहा कि शशिकला पार्टी अध्यक्ष और सीएम बनने योग्य नहीं हैं। बता दें कि जयललिता ने कभी भी शशिकला को न तो पार्टी में कोई अहम पद सौंपा और न ही कभी सरकार में किसी पद पर शामिल किया।
एआईएडीएमके नेता ने कहा कि यह तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता और एमजीआर का आर्शीवाद है कि शशिकला का शपथग्रहण समारोह नहीं हो पाया। शशिकला नटराजन के पास एआईएडीएमके महासचिव और तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने के लिए कोई योग्यता नहीं है। मैं जयललिता के निधन की घटना से अब तक उबर नहीं पाया हूं। मैं शशिकला को पदोन्नत किए जाने का पुरजोर विरोध करता हूं।
गौर हो कि अन्नाद्रमुक की निष्कासित राज्यसभा सदस्य शशिकला पुष्पा ने पार्टी प्रमुख वीके शशिकला के तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का विरोध किया और आरोप लगाया कि उनकी ‘आपराधिक पृष्ठभूमि’ है।
7th February, 2017