पटना-- नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़े रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी को बताना चाहिए कि नोटबंदी से कितना काला धन आया। नीतीश दिल्ली में चिदंबरम की किताब के विमोचन समारोह में बोल रहे थे। इसके पहले उन्होंने दिल्ली में यह भी कहा कि बिहारी अगर एक दिन काम नहीं करने का सोच ले तो दिल्ली थम जाएगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी पर बोलते हुए केंद्र की पीएम मोदी सरकार को पहली बार कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अब हमलोग भी पूछ रहे हैं कि इससे कितना काला धन आया। जाली नोटों का क्या हुआ। (सरकार को पूरा वक्त मिला) अब तो पूछा ही जाना चाहिए।
नीतीश आगे बोले, सवाल है कि कितना काला धन बाहर आया। किस हद तक हिट हुआ। आगे का क्या रोडमैप है। इस बाबत मनमोहन सिंह के बयान का समर्थन करते हुए नीतीश ने कहा कि कुप्रबंधन तो रहा ही, अब मुद्दे को डायवर्ट करने से काम नहीं चलेगा।
इसके पहले दिल्ली के फ्रीडम फाइटर इंक्लेब के नेब सराय में छठ पूजा समिति द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहारी अगर एक दिन काम बंद कर दें तो पूरी दिल्ली थम जाएगी। दिल्ली में बिहारियों का योगदान इतना अधिक हो चुका है कि उनके बगैर काम नहीं होने वाला। बिहारी जब कहीं जाता है तो भीख नहीं मांगता, बल्कि कोई न कोई काम करता है। वह बोझ नहीं बनता, बोझ उठाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया को गति प्रदान करनी चाहिए। सरकार जब ऐसी कॉलोनियों को सड़क और बिजली दे रही है तो फिर शीघ्रता से इन्हें नियमित भी कर देना चाहिए। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार से दिल्ली आने वाले गरीब, मजदूर दिन-रात मेहनत कर अपनी गाढ़ी कमाई से इन कॉलोनियों में जमीन खरीद कर मकान बनाते हैं। दिल्ली में जो सरकार चुनी जाती है उनमें प्रवासी बिहारियों का वोट अहम होता है। प्रवासी बिहारियों का वोट हासिल तो कर लेते हैैं पर उनकी सुख सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता।
11th February, 2017