चेन्नई। तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (एआईएडीएमके) के धड़े को गुरुवार को विधायकों का समर्थन बढऩे की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल सी.विद्यासागर राव हालात स्पष्ट हो जाने तक लोक कल्याण मंत्री एडापादी के.पलनीसामी को सरकार का गठन करने के लिए आमंत्रित नहीं कर सकते।
एआईएडीएमके के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, "वी.के.शशिकला और पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व में पार्टी के दोनों धड़ों के बीच सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है।" फिलहाल, शशिकला बेंगलुरू जेल में है। एआईएडीएमके नेता ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, "हमें विरोधी खेमे से अपनी ओर 30 विधायकों के आने की उम्मीद है।
दीपा जयकुमार, पन्नीरसेल्वम का समर्थन कर रही हैं। हमारे खेमे की ताकत बढ़ रही है और विरोधी खेमे से सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है।"
पूर्व मुख्यमंत्री जे.जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार ने पन्नीरसेल्वम के प्रति समर्थन जताया है। वह शशिकला के विरोध में हैं। जयललिता के निधन के बाद हजारों की संख्या में एआईएडीएमके कार्यकर्ताओं ने जयकुमार को राजनीति में प्रवेश करने की इच्छा जताई थी।
एआईएडीएमके नेता के मुताबिक, राज्य में राजनीतिक अस्थिरता कुछ दिनों में समाप्त हो सकती है। उन्होंने कहा, "कल (बुधवार) जब हमने राज्यपाल से मुलाकात की। हमने यह बताया कि एआईएडीएमके विधायकों को बीच रिसॉर्ट में कैद करके रखा गया है। यदि उन्हें मुक्त किया जाता है तो हमारे नेता के प्रति समर्थन बढ़ेगा।"
उन्होंने कहा, "राज्यपाल के साथ बैठक में कोई संकेत नहीं था कि पलनीसामी को सरकार गठन के लिए जल्द बुलाया जाएगा।" गौरतलब है कि बुधवार शाम को एआईएडीएमके के विधायक दल के नेता पलनीसामी और पन्नीरसेल्वम ने विद्यासागर राव से अलग-अलग मुलाकात की थी।
16th February, 2017