उत्तर प्रदेश की लगभग 22 करोड़ जनता व बहन-बेटियां वर्तमान समाजवादी सरकार के गुण्डाराज, उपराव व अराजक प्रदेश से मुक्ति पाने को बेचैन है। उक्त बातें बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कही। साथ ही केंद्र सरकार पर जनता के साथ लोकसभा चुनाव में वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब यूपी में विधानसभा चुनाव के समय यहां की जनता इनकी बड़ी-बड़ी बातें और नये वादों का धोखा खाने को कतई तैयार नही है।
केंद्र सरकार को लिया आड़े हाथों:
मायावती ने कहा कि मोदी ‘अच्छे दिन’ लाने का झूठा वादा करके जनता के साथ विश्वासघात करने के दोषी हैं।
कहा मोदी सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार देने और विदेश से कालाधन लाकर उसे गरीबों में बांटने का झूठा वादा किया।
साथ ही नोटबंदी का अपरिपक्व फैसला लेकर देश के 90 प्रतिशत जनता दुर्दशा की है।
आगे मायावती ने बीजेपी से सवाल किया कि कानून-व्यवस्था के मामले में जब वह दिल्ली को नहीं संभाल पा रही है तो यूपी जैसे बड़े राज्य को कैसे संभालेगी?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में पहले भी छ: साल तक रही बीजेपी की सरकार रही है।
लेकिन कानून-व्यवस्था के मामले में कई मुख्यमंत्री असफल साबित हुए हैं।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जनता को अपना ‘आलाकमान व हाईकमान’ बताने वाले मोदी की इस नई नाटकबाजी व जुमलेबाजी से जनता सावधान रहे।
पीएम के फतेहपुर रैली पर की तीखी प्रतिक्रिया:
मायावती ने पीएम द्वारा फतेहपुर रैली में दिये गये बयान पर की तीखी प्रतिक्रिया।
कहा कि आज उत्तर प्रदेश में हर स्तर व मामले में जो दयनीय स्थिति व बदहाली है, उसके लिए पीएम मोदी व भाजपा सरकार भी कसूरवार व जिम्मेदार है।
कहा यूपी से सांसद व प्रधानमंत्री होने के नाते जो योगदान होने की अपेक्षा थी, उसमें विफल रहे।
आगे कहा कि पीएम अपने पौने तीन साल के कार्यकाल में यूपी के लिए ऐसा कोई कार्य नहीं किए, जिससे मालूम पड़े कि वो यूपी के लिए चिंतित हैं या ठोस कार्य करने के लिए प्रयासरत हैं।
ऐसे में अब विधानसभा चुनाव के समय घड़ियाली आंसू व नये-नये वादे क्यों? यह चुनावी स्वार्थ नहीं तो और क्या है ?
20th February, 2017