सुल्तानपुऱ-- बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहनजी संपत्ति पार्टी के बयान पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की परिभाषा बताई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने शादी की और अपनी पत्नी को छोड़ दिया, मैंने शादी नहीं की, मैंने अपनी पूरी जिंदगी इस देश के दलित, पिछड़े और मुस्लिम समाज को उनके पैरों पर खड़ा करने की कोशिश की है। मेरे इस समर्पण की वजह से पूरे देश के कमजोर जाति के लोग मुझे सिर्फ नेता नहीं बल्कि अपनी संपत्ति और धरोहर मानते हैं।
नेगेटिव दलित मैन हैं पीएम लेकिन पीएम ने आज जो बसपा की परिभाषा बताई हैं, अगर वह जुमलेबाजी में माहिर हैं तो दलित की बेटी उनसे दो कदम आगे हैं पीछे नही
लेकिन पीएम ने आज जो बसपा की परिभाषा बताई हैं, अगर वह जुमलेबाजी में माहिर हैं तो दलित की बेटी उनसे दो कदम आगे हैं पीछे नहीं है। आप लोगों को मालूम है पीएम का पूरा नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी, नरेंद्र का मतलब होता है नेगेटिव, दामोदर दास का मतलब दलित और मोदी का मतलब होता है आदमी यानि वह दलित विरोधी आदमी है। अपने देश के प्रधानमंत्री के नाम में ही यह जुड़ा है कि वह दलित विरोधी आदमी है, वो दलित विरोधी आदमी है। ऐसे में इस आदमी को यह अच्छा नहीं लगता है कि दबा कुचला वर्ग अपने अभियान को थोड़े जमा पैसो से चलाएं।
ये चाहते थे कि बसपा कंगाल हो जाए" नरेंद्र मोदी को मालूम ही नहीं था कि दिल्ली के नेशनल बैंक में गरीब और मजलूम लोगों का पैसा जमा हो गया, जब इन्हें पता चला तो कहने लगे कि यह ये चाहते थे कि बसपा कंगाल हो जाएनरेंद्र मोदी को मालूम ही नहीं था कि दिल्ली के नेशनल बैंक में गरीब और मजलूम लोगों का पैसा जमा हो गया, जब इन्हें पता चला तो कहने लगे कि यह पैसा कहां आ गया। यह मेरे लोगों की खून पसीने की कमाई का पैसा है और इसी पैसे से बसपा यह चुनाव लड़ रही है यह उन्हें अच्छा नहीं लग रहा है। दलित की बेटी हेलीकॉप्टर से घूमे, जहाज से घूमे इन्हें पसंद नहीं है, ये चाहते थे कि मैं सड़क पर आ जाउं और हेलीकॉप्टर से नहीं चल पाउं।
आप लोग मुझे अपना भगवान मानते हैं आप लोग मुझे लक्ष्मी, भगवान मानते हैं, भाजपा की तैयारी थी कि बसपा कंगाल हो जाए। लेकिन भाजपा के लोग पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखो कि नोटबंदी से पहले 10 महीने में कितना पैसा जमा हुआ। लेकिन इसका जवाब देने के लिए नेगेटिव दलित मैन तैयार नहीं है। मैं कभी यह घटिया किस्म की बाते नहीं करती, लेकिन मुझे मजबूर किया, उन्होंने बसपा की परिभाषा बताई है, मैंने नरेंद्र मोदी का पूरा सही नाम बता दिया है।
जुमलेबाजी में दलित की बेटी दो कदम आगे मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता अपनी प्रदेश की बेटी को अपना आशीर्वाद देने का पूरा मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पीएम ने बसपा की मुखिया के खिलाफ अनाप-शनाप बयान दे रहे थे। वह इतने दुखी हैं कि बसपा की परिभाषा गलत तरह से बता कर लोगों को गुमराह करने का काम किया है। पीएम जुमलेबाजी में माहिर हैं, अब उन्हें जुमलेबाजी का जवाब जुमले से दे तो सही होगा, आज मैं मजबूर होकर उनको जुमलेबाजी में जवाब देना चाहती हैं, पीएम ने बसपा को बहनजी संपत्ति पार्टी बताया है। लेकिन बसपा राजनीतिक पार्टी बाद में हैं पहले एक मूवमेंट हैं, मैंने दलितों , गरीबों और पिछड़ी जाति वालों को उनके पैरों पर खड़ा करने का काम किया है।
सपा को एक भी महिला वोट नहीं देगी" बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि अगर उन्होंने विकास किया होता तो उन्हें यहां बार-बार चुनाव
सपा को एक भी महिला वोट नहीं देगी बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि अगर उन्होंने विकास किया होता तो उन्हें यहां बार-बार चुनाव प्रचार के लिए नहीं आना पड़ता। उन्होंने कहा कि सपा में गैंगरेप के आरोपी हैं, लेकिन इस सरकार ने उसके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, ऐसे में अब साफ है कि यूपी की एक भी महिला सपा को वोट नहीं देने वाली है। मायावती ने कहा कि इस चुनाव में सपा के कारनामों की सजा प्रदेश की जनता देगी। मायावती ने कहा कि सपा को प्रदेश में अराजक, भ्रष्ट पार्टी के तौर जाना जाता है, ऐसे में लोगों को तय करना है कि वह सपा के इस दागी चेहरे को वोट देंगे या फिर कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने वाली एकमात्र पार्टी को देंगे। प्रदेश में अराजतक सरकार के चलते चोरी, डकैती, अवैध कब्जे, तनाव और सांप्रदायिक घटनाएं काफी ज्यादा होती रही हैं, यहां हर तरफ असुरक्षा व आतंक का माहौल ही रहा है। मायावती ने सपा सरकार के कार्यकाल पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में काम नहीं अपराध बोलता है और इसका सबक प्रदेश की जनता इनको सिखाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने अपने हित और कल्याण के लिए बसपा को आशीर्वाद देना का पूरा मन बना लियाा है।
20th February, 2017