नई दिल्ली-- उत्तर प्रदेश में अब चौथे चरण के लिए मतदान होंगे। इस दौर में 12 जिलों की 53 सीटों पर 680 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 116 उम्मीदवारों यानि 17 फीसद के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 95 ऐसे भी हैं, जिन पर हत्या और अपहरण जैसे गंभीर आपराधिक मामले भी चल रहे हैं। चौथे चरण में 21 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां राजनीतिक दलों के कम से कम 3 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
एक समय था, जब राजनीति में साफ छवि वाले लोग ही आते थे। ये ऐसे लोग होते थे, जिनका एकमात्र उद्देश्य सिर्फ देश की सेवा करना होता था। लेकिन अब राजनीति का माहौल एकदम बदल गया है। आम लोग अब राजनीति से दूरी बनाए रखने में ही अपनी भलाई समझते हैं।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमाक्रेटिक रिर्फोम्स ने यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के चाथे चरण के चुनाव लड़ने वाले सभी 680 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया। ये उम्मीदवार 98 रानीतिक दलों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इनमें 6 राष्ट्रीय दल, 5 क्षेत्रीय दल, 87 गैर मान्यता प्राप्त दल और 200 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के चौथे चरण की मतदान तिथि 23 फरवरी है।
इस चरण में चुनाव लड़ रहे कुल 680 उम्मीदवारों में से 14 फीसद यानि 95 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं पर अत्याचार के मामले दर्ज हैं। ऐसा नहीं है कि ये सभी आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार किसी एक पार्टी से हैं। हर पार्टी ने दागी नेताओं को टिकट दिए हैं।
चौथे चरण में सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेता बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी के 48 में से 19 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। बसपा के 53 में से 12, आरएलडी 39 में से 9, समाजवादी पार्टी के 33 में से 13 और कांग्रेस के 25 में से 8 और 200 में से 24 निर्दलीय उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं।
22nd February, 2017