लिकर किंग विजय माल्या ने गुरुवार को राजनीतिक पार्टियों पर निशाना साधा है। माल्या ने कहा कि वह भारत की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों के लिए फुटबॉल की तरह हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत की दो बड़ी पार्टियां मुझे राजनीतिक फुटबॉल की तरह इस्तेमाल कर रही हैं। माल्या ने प्रत्यर्पण की खबरों को लेकर भारतीय एजेंसियों को चुनौती दी है कि उनके पास जो भी सबूत हों लेकर आएं।
सीबीआई पर आरोप
विजय माल्या ने कहा है कि किंगफिशर एयरलाइंस की असफलता के लिए उन्हें व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार ठहराया जाना ठीक नहीं है क्योंकि किंगफिशर एक लिस्टेड कंपनी थी। माल्या के मुताबिक सीबीआई ने सिविल केस को क्रिमिनल केस बना दिया। जांच एजेंसियों के पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वे रिकवरी मामले में कायदे-कानूनों का पालन करेंगे।
एजेंसी पर सवाल
माल्या ने कहा कि मुझे किसी की दया की जरूरत नहीं है। उन्होंने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे संदेह है कि उनके पास कोई सबूत है। अगर उनके पास कोई सबूत है तो कानून खुद अपना काम करेगा। माल्या ने कहा कि उन्हें किसी की दया की जरूरत नहीं है। वह खुश हैं।
'ब्रिटेन में सुरक्षित'
विजय माल्या ने कहा कि मैं ब्रिटिश कानून के दायरे में सुरक्षित हूं जब तक कि इसे गलत नहीं ठहरा दिया जाता।
ब्रिटिश सरकार से माल्या के प्रत्यर्पण की बातचीत जारी
9000 हजार करोड़ रुपये के लोन की रकम जमा न करने और विदेश भागने के आरोपी विजय माल्या का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब भारतीय अधिकारी ब्रिटिश अधिकारियों से उनके प्रत्यर्पण को लेकर बातचीत कर रहे हैं। पिछली मुलाकात के बाद अधिकारियों ने कहा था कि यह मुलाकात काफी फायदे का सौदा रही है। भारत की ओर से विदेश मंत्रालय के सीनियर अधिकारी के अलावा सीबीआई, ईडी और अन्य जांच एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद थे।
23rd February, 2017