उत्तर प्रदेश के सात चुनाव में वहार चरणों की 262 सीटों के चुनाव संपन्न हो गए है | शेष तीन चरणों
में 141 सीटों का चुनाव होना है | इसमें पाचवे चरण में 52 , छठे चरण में 49 और सातवे चरण में 40 सीटों का चुनाव शामिल है |
अभी तक चार चरणों की 262 सीटों के चुनाव में जिस तरह सपा कांग्रेस गठबंधन एवं भाजपा तथा बसपा ने जाति एवं धर्म को केंद्र बिंदु बना करके आरोप प्रत्यारोप लगाए है | प्रदेश में विकास एजेंडा पीछे हो गया है | जिन 262 सीटों पर चुनाव हुए है और 141 सीटों के चुनाव शेष है | यूरिड मीडिया के अनुसार भाजपा की बहुमत सरकार बनेगी | यह भी मन जा रहा है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए दलित मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है ? इसके पीछे यह माना जा रहा है उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कमजोर है | सपा और बसपा दो मजबूत राजनितिक दल है | इनमे सपा पिछडो तथा बसपा दलितों की पार्टी मानी जा रही है | सपा को कमजोर करने के लिए पिछडो में से गैर यादव अति-पिछड़ी जातियो को विधानसभा में जोड़ने की मुहिम चलाई | अति-पिछड़ी जाति के केशव प्रसाद मौर्य का भाजपा का प्रदेश अध्य्क्ष बनाया | इसका लाभ भी भाजपा को मिल रहा है |
मायावती को कमजोर करने के लिए दलित वर्ग से जुड़े साफ़ सुथरी छवि नेता को मुख्यमंत्री बनाने से मायावती का दलित एजेंडा कमजोर होगा |
2019 लोकसभा चुनाव में अति-पिछड़े एवं दलित जिनकी आबादी 50 प्रतिशत से अधिक है भाजपा को लाभ मिल सकता है ?
चार चरण 2012 चुनाव परिणाम सपा + कांग्रेस 153 |
2017 संभावित चुनाव |
137 +162 153 बसपा 63 भाजपा 31 रालोंद + अन्य 15 टोटल 262
|
83 -70 79 +16 81 +50 19 +04 |
टोटल 262 262 +- |
सपा + कांग्रेस 99 2017 संभावित चुनाव परिणाम
(87 +12 = 99
बसपा 17
भाजपा 16
अन्य 09
टोटल 141
चार चरणों में 73 +67 +69 +53 =262 सीटों पर चुनाव हो चुका है शेष 141 सीटों पर चुनाव
तीन चरण -
v 52
vi 49
vii 40
१४१
इन १४१ सीटों में 28 आरक्षित सीट तथा 57 मुस्लिम बहुल्य सीट शामिल है | तीन चरणों में चुनाव पूर्वांचल के 25 जनपदों में होने है | इन 141 सीटों में सपा 87 सीट तथा कांग्रेस की 12 सीट है गठ-बंधन की 99 सीट हो गयी है तथा बसपा एवं भाजपा व अन्य छोट दल की मात्रा 42 सीट शामिल है |
तीन चरणों में 28 आरक्षित +57 मुस्लिम बहुल्य
28 +57 =85 सीट है | यह बहुत ही महत्वपूर्ण है
25th February, 2017