लखनऊ।
अप्रैल माह के तीसरे सप्ताह में भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा। इसके लिए भाजपा के कई दलित नेताओं के नामों पर चर्चा चल रही है। इसके साथ ही केन्द्र से लेकर उत्तर प्रदेश भाजपा एवं सरकार में भारी बदलाव होने जा रहा है। ओडीसा के भुवनेश्वर में १५-१६ अप्रैल को भाजपा की होने वाली कार्यसमिति के बाद सरकार एवं संगठन में बदलाव की तैयारिया तेज हो जाएगी। इसी माह केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव होना है।
इसके साथ ही भाजपा के केन्द्रीय संगठन और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष का भी निर्णय हो जाएगा। उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर को विजय श्री का श्रेय देते हुए उन्हें केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की संभावना है। इससे सह प्रभारी सुनील बंसल को और ताकत मिलेगी। भाजपा ने वर्ष २०१८ का लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सुनील बंसल की ही रणनीति से लडïने का मन बनाया है। इसमें नये अध्यक्ष सुनील बंसल की रणनीति से ही काम करेंगे। यही वजह है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए ऐसे अध्यक्ष की तलाश की जा रही है जिसकी सुनील बंसल से अच्छा तालमेल रखकर काम कर सके।
- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए दलित वर्ग के नेताओं में अभी जिन नामों पर चर्चा चल रही है, उसमें आगरा से सांसद रमाशंकर कठेरिया तथा दिल्ली से सांसद उदितराज का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। उदितराज के साथ एक दिक्कत आ रही है कि वह स्वभाव से कुछ अख्खडï तथा जातिय एवं सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलने वाले है। उदितराज केन्द्र में अधिकारी होने के साथ ही दलित समाज की चेतना जगाने के अभियान में काफी सक्रिय होने के बाद भाजपा में आये है। उदितराज भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की रीति-नीति से बहुत ज्यादा वाकिफ नही है और उनके स्वभाव को देखते हुए सुनील बंसल से उनका तालमेल बिठाना कठिन होगा। इसके विपरीत रमाशंकर कठेरिया संघ पृष्ठिभूमि के है और सांगठनिक गतिविधियों में काफी सक्रिय रहे है। केन्द्र में मंत्री होने के कारण प्रदेश के दलित वर्ग में उनकी पैठ अच्छी मानी जा रही है। युवा एवं सक्रियता रमाशंकर कठेरिया को प्रदेश भाजपा के लिए स्वाभाविक तौर पर उन्हें सबलता देती है। इसके साथ ही विजय सोनकर शास्त्री, विनोद सोनकर तथा विद्या सागर सोनकर के भी नाम अध्यक्ष पद के पैनल में है।
- केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव में यूपी के ब्राह्मण चेहरा कलराज मिश्र को हटाने की चर्चा है परन्तु उसकी भरपाई के लिए शीघ्र ही उन्हें राज्यपाल भी बनाया जाएगा। फिलहाल भाजपा नेतृत्व कलराज मिश्र जैसे वरिष्ठ नेता को दरकिनार कर ब्राह्मणों के कोप का भाजन नही बनना चाहता है। उत्तर प्रदेश में कलराज मिश्र की भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बडïी लावी है। कलराज की कमी को पूरी करने के लिए प्रदेश से किसी बडïे ब्राह्मण चेहरे को सरकार एवं संगठन में तरजीह दी जाएगी। इसमें शिवप्रताप शुक्ल को सरकार से संगठन में जिम्मेदारी मिलने की संभावना है। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह को राज्य की योगी सरकार में शामिल नही किा गया है, उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जानी है। केन्द्रीय संगठन के मंत्री एवं प्रभारी महेन्द्र सिंह राज्य की योगी सरकार में मंत्री बन गये है, उनके स्थान पर युवा दयाशंकर सिंह को केन्द्रीय टीम में लिए जाने की चर्चा है। इसी प्रकार राज्य इकाई से स्वतंत्रदेव सिंह की जगह पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह के पुत्र अनुराग सिंह को भी राज्य संगठन में शामिल किये जाने की संभावना है। केन्द्र एवं राज्य संगठन में प्रदेश से एक दर्जन से नये चेहरे शामिल किये जाने है। नयी इकाई में महिलाओं के साथ ही जातीय समीकरण में अति पिछडïे एवं अति दलित को तरजीह दी जाएगी।
- प्रदेश में भाजपा के सवर्ण नेताओं के बाद अति पिछडïे वर्ग को अपने पाले में लाने के बाद मोदी-अमित शाह की जोडïी देश भर में दलित वर्ग को अपने पाले में लाने की तैयारी कर रही है। इसमें सबसे बडïा दांव उत्तर प्रदेश में खेला जा रहा है। उत्तर प्रदेश की सियासत में पिछले तीन दशक से दलित मतदाता बहुजन समाज पार्टी के साथ एक जुट है। लोकसभा तथा विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने दलित वर्ग में उपेक्षित एवं किनारे किये गये अतिदलित मतदाताओं पर डोरे डालकर अपने पक्ष में करने में कुछ हद तक सफलता हासिल की है। यही वजह है कि प्रदेश में बसपा के पराभव और पार्टी हाईकमान पर लग रहे तमाम तरह के आरोपों के बाद भाजपा ने अपनी पैठ बनाने की रणनीति बनायी है। अम्बेडकर जयन्ती में भाजपा ने पहली बार जिस प्रकार पूरे देश में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया तथा ६ अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस से लेकर १४ अप्रैल को अम्बेडकर जयन्ती तक निचले स्तर तक कार्यक्रम आयोजित किया, यह उसी का नतीजा है। अगले लोकसभा चुनाव से पहले विकास कार्यो तथा अन्य कल्याणकारी कार्याे के साथ ही भाजपा देश के जातीय एवं सामाजिक समीकरण के हर कील-कांटे को दुरूस्त की अपनी तैयारी पूरी करनी चाहती है।
15th April, 2017