लखनऊ। यूपी चुनाव में हार के बाद से मायावती अपनी आगे की रणनीति बनाने में जुट गईं हैं। इसी के चलते बसपा बॉस मायावती ने गुजरात विधानसभा चुनाव में अन्य दलों को चित करने के लिए कमर कस ली है। वर्तमान में गुजरात में भाजपा का सरकार है और विजय रूपाणि गुजरात के मुख्यमंत्री हैं।
मायावती ने आज दावा किया किगुजरात में दलितों, आदिवासियों और सर्वसमाज के अन्य गरीबों की हालत काफी दयनीय है और मुसलमानों के साथ जबर्दस्त भेदभाव किया जा रहा है।
मायावती ने गुजरात बसपा के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद जारी बयान में कहा, ‘‘गुजरात राज्य में खासकर दलितों व आदिवासी समाज व सर्वसमाज के अन्य गरीबों की हालत काफी दायनीय है। वहां भी बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों का बोलबाला है तथा सामाजिक ताना बाना काफी बिगड़ी हुआ और विचलित करने वाला है।'' उन्होंने कहा, ‘‘धार्मिक अल्पसंख्यकों में से खासकर मुस्लिम समाज के लोगों के साथ जबर्दस्त भेदभाव है तथा उन्हें किसी स्तर पर इंसाफ नहीं मिल पा रहा है।''
मायावती ने कहा कि पश्चिमी राज्य गुजरात में दलितों की आबादी काफी कम है। उनकी राजनीतिक शक्ति ज्यादा नहीं है परंतु उना बर्बर दलित उत्पीडन कांड के फलस्वरूप गुजरात के दलितों में अपने आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ साथ जो राजनीतिक चेतना जगी है, उससे वहां के दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ों का जीवन स्तर बदलकर बेहतर हो सकता है।
मायावती ने आज दावा किया किगुजरात में दलितों, आदिवासियों और सर्वसमाज के अन्य गरीबों की हालत काफी दयनीय है और मुसलमानों के साथ जबर्दस्त भेदभाव किया जा रहा है।