असफल आदमी को हर अवसर में बाधा ही दिखाई देती है, जबकि सफल व्यक्ति हर बाधा में भी अपने लिए अवसर देखता है. इस बात को एक बहुत ही सुंदर कहानी से समझ सकते हैं। एक बार की बात है एक जगह चित्र प्रदर्शनी में तरह-तरह के चित्र लगे थे.
एक से एक चित्रकारों के चित्र. भारी संख्या में लोग दूर-दूर से आए थे. प्रदर्शनी में एकचित्र काफी अलग थी. उस चित्र में आकृति का चेहरा घने बालों से ढका हुआ था. उसके पैरों में पंख लगे थे. देखने वाले उस चित्र को विस्मय से देखते.
प्रदर्शनी के आखिरी दिन दर्शकों ने चित्रकार से पूछ ही लिया, ‘आपने यह किसका चित्र बनाया है? चेहरे को बालों से ढक दिया है. उसके पैरों में पंख क्यों लगाए हैं?’ उस कलाकार ने समझाया, ‘इस चित्र के जरिए मैं एक संदेश देना चाहता हूं.
यह चित्र अवसर का है. लोगों ने पूछा ‘हम कैसे मान लें कि यह तस्वीर अवसर की है?’ कलाकार ने कहा, ‘मैं बताता हूं. इसका चेहरा इसलिए ढक कर रखा है कि जब कभी अवसर हम लोगों के पास आता है तो हम अक्सर इसे पहचान नहीं पाते.
इसके पैरों में पंख इसलिए लगा दिए हैं कि अवसर अधिक देर तक रुकता भी नहीं है. बड़ी तेजी से आता है और चला जाता है. एक बार उड़ कर गया तो फिर कोई उसे पकड़ नहीं पाता. हमें यह अवसर हर जगह उपलब्ध होता है. फिर भी अक्सर हम यह रोना रोते हैं किहमें कुछ करने का मौका ही नहीं मिला.
अगर हम बारीकी से देखें तो समझ में आजाएगा कि रोज हमारे सामने एक से एक अच्छा अवसर आया और हम उसको पहचान नहीं पाए, उसका उपयोग नहीं कर पाए. अवसर का सदुपयोग करने के लिए दिमाग और आंखें खुली रखने की आवश्यकता है.
अवसर की तलाश में सिर्फ लोगों को सुनना, देखना ही नहीं,बल्कि यह भी देखना है कि वह क्या नहीं बोल रहे हैं, क्या नहीं देख रहे हैं. असफल आदमी को हर अवसर में बाधा ही दिखाई देती है, जबकि सफल व्यक्ति हर बाधा में भी अपने लिए अवसर देखता है.
जरूरत है सजग रहकर अवसर को पहचानने और उसका फायदा उठाने की. ऐसा करके ही हम अपना कोई लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे.
3rd May, 2017