यूरिड मीडिया डेस्क
। केंद्र सरकार ने पैन और आधार कार्ड को आपस में जोड़ने में लोगों को आ रही दिक्कतों का समाधान करते हुए एक नई सुविधा शुरू की है। इसके तहत पैन और आधार में नाम में थोड़ी बहुत भिन्नता होने के बावजूद आसानी से दोनों को जोड़ा जा सकता है। इसके अलावा यह सुविधा भी दी गई है कि इसके लिए आय कर विभाग की साइट पर जाने की जरूरत नहीं है और न रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत है, बल्कि आय कर विभाग की ओर से दिए गए लिंक पर क्लिक करके सीधे भी इन्हें जोड़ा जा सकता है। गौरतलब है कि सरकार ने आय कर रिटर्न दाखिल करने के लिए पैन के साथ साथ आधार संख्या भी अनिवार्य कर दिया है।
आय कर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट इनकमटैक्सइंडियाईफाइलिंग डॉट जीओवी डॉट इन पर एक नया लिंक शुरू किया गया है। इससे लोगों को अपने दोनों विशिष्ट पहचान पत्रों को जोड़ने में आसानी होगी। इस लिंक पर जाने के बाद किसी व्यक्ति को अपना स्थायी खाता नंबर, पैन और आधार संख्या देने के बाद आधार कार्ड में लिखे गए नाम को दर्ज करना होगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ओर से पुष्टि होने के बाद यह जुड़ जाएंगे।
अगर दोनों नामों में कोई गड़बड़ होती है तो आधार की ओर से भेजे जाने वाले एकबारगी पासवर्ड की जरूरत होगी जो आधार पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। इसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता है। किसी तरह की विफलता से बचने के लिए दोनों पहचान कार्डों पर लिखी जन्मतिथि का एक समान होना जरूरी है। गौरतलब है कि सरकार ने वित्त अधिनियम 2017 के तहत पैन और आधार को आपस में जोड़ना अनिवार्य कर दिया है। यह एक जुलाई 2017 से प्रभावी होगा।