यूरिड मीडिया डेस्क /कोलकाता
: राष्ट्रपति चुनाव में आपसी सहमति वाला उम्मीदवार खड़ा करने के विपक्ष के प्रयासों को मंगलवार को उस वक्त ताकत मिली, जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. ममता बनर्जी ने कहा कि सोनिया गांधी के साथ 40 मिनट की मुलाकात के दौरान किसी नाम पर चर्चा नहीं हुई. इस बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए. यह पता नहीं चल पाया है कि क्या ममता और सोनिया ने मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दूसरे कार्यकाल के लिए मनाने की संभावना पर चर्चा की है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को भाजपा से आग्रह किया था कि वह राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनायें. उन्होंने सुझाव दिया था कि श्री मुखर्जी को दूसरा कार्यकाल दिया जाना चाहिए. बैठक के बाद ममता ने संवाददाताओं से कहा: हम समूचे विपक्ष को एकजुट करना और एक सर्वसम्मत उम्मीदवार लाना चाहते हैं, जो देश के लिए अच्छा होगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी बैठक में उपस्थित थे. उन्होंने कहा: बहुत से राजनीतिक समीकरण हैं. हम एक साथ मिलकर बात करेंगे, हम एक साथ मिलकर चर्चा करेंगे.
ममता और सोनिया के बीच बैठक उन बैठकों की श्रृंखला का हिस्सा है, जो कांग्रेस प्रमुख आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संभावित संयुक्त उम्मीदवार के लिए अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ कर रही हैं. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा : कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कई लोगों से मुलाकात करेंगे और हम सहमति बनाने का प्रयास करेंगे और बनायेंगे. उन्होंने श्री मुखर्जी को दूसरा कार्यकाल दिये जाने के संदर्भ में टिप्पणी नहीं की.
सुरजेवाला ने कहा कि राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति का पद हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्वाभाविक रूप से निहित है. सोनिया और ममता की मुलाकात के संदर्भ में माकपा के एक नेता ने कहा: उन्होंने विपक्ष की ओर से सहमतिवाला उम्मीदवार खड़ा करने की पैरवी की है. यही शुरू से हमारा रुख रहा है. इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस माकपा के साथ आयी है. भाकपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस मुद्दे पर तृणमूल के विपक्ष के साथ आने पर उनको आपत्ति नहीं है.
17th May, 2017