भोपाल: मध्यप्रदेश के दमोह शहर में बुधवार की सुबह एक रेलवे गेट के समीप रेलवे लाइन के किनारे करीब 35 वर्षीय अज्ञात महिला का शव पड़ा हुआ मिला. महिला का दो साल का बेटा उससे लिपटा हुआ था. वह भूख के मारे रो रहा था और अपनी मृत मां का दूध पीने की कोशिश कर रहा था. इस हृदय विदारक दृश्य को जिसने भी देखा, उसकी आंखें नम हो गईं. यह दृश्य किसी ने सोशल मीडिया पर साझा कर दिया जो कि वायरल हो गया है.
प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर स्थित दमोह में बुधवार को तड़के एक ट्रेन ड्राइवर ने ट्रैक के किनारे एक महिला का शव देखा. शव के समीप महिला का भूख से बेहाल नन्हा बेटा था. वह रो रहा था और मां को जगाने की कोशिश कर रहा था. वह बीच-बीच में मां का दूध पीकर भूख मिटाने की कोशिश भी कर रहा था. बाद में मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने उसे बिस्किट देकर शांत करने की कोशिश की.
पुलिस को संदेह है कि यह महिला या तो किसी ट्रेन से गिरी या फिर उसे किसी ट्रेन की टक्कर लगी. उसके सिर का घाव था. घटना में बच्चा संभवत: इसलिए बच गया क्योंकि उसकी मां ने उसे पकड़ रखा था. अधिकारियों के मुताबिक ऐसा लगता है कि दुर्घटना होने के थोड़ी देर बाद तक महिला जीवित थी और उसने बेटे को दूध पिलाने की कोशिश की थी. जब महिला का शव उठाया गया तो बच्चा रोने लगा.
जीआरपी थाना प्रभारी अनिल कुमार मरावी ने गुरुवार को बताया कि ‘‘ट्रेन यात्रियों ने स्टेशन पर सूचना दी कि मलैया रेलवे फाटक के समीप एक महिला का शव ट्रैक के किनारे पड़ा है और उसके सीने से लिपटा दो वर्षीय बालक स्तनपान कर रहा है.’’ उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला का शव एवं उसके जीवित बच्चे को बरामद किया. मरावी ने बताया कि पुलिस इस महिला की शिनाख्त करने का प्रयास कर रही है. मामले की जांच जारी है.
मरावी ने कहा कि मासूम बच्चे को जिला अस्पताल में इलाज के बाद बालभवन में भेज दिया गया है. उन्होंने कहा ‘‘महिला के कपड़ों में एक नीले रंग का आभूषण रखने वाला पर्स मिला है, जिसमें 573 रुपये हैं. इस पर्स पर कृष्णा ज्वेलर्स प्रोप्रायटर नंद कुमार-विजय कुमार सोनी, हिमालय गली के पास, टीकमगढ़ अंकित है और उसमें मोबाइल नंबर अंकित है.’’ उन्होंने कहा कि मृत महिला का रंग गेंहुआ है तथा दोनों पैरों में सफेद धातु की पायल, कान में एक बाली और एक माला घटनास्थल पर पड़ी मिली. वह नांरगी रंग की साड़ी पहने हुए थी.
इस बीच, दमोह स्थित बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर विद्यार्थी ने बताया कि ‘‘स्थानीय लोगों ने महिला के शव एवं उसका स्तनपान कर रहे मासूम बेटे को बुधवार को सुबह तकरीबन छह बजे देखा था.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘इस बच्चे का प्राथमिक उपचार करने के बाद बाल भवन में रखा गया है. महिला की शिनाख्त हो जाने के उपरांत बच्चे को उसके परिजन को सौंप दिया जाएगा.’’
मासूम बच्चे को जब सरकारी अस्पताल ले जाया गया तो वहां उसे भर्ती करने से इसलिए इनकार कर दिया गया क्योंकि इसके लिए निर्धारित शुल्क 10 रुपये देने वाला कोई नहीं था. आखिरकार एक वार्ड ब्वाय ने यह शुल्क जमा किया तब जाकर बच्चे को भर्ती किया गया.
26th May, 2017