CBSE: सीबीएसई 12वीं के नतीजों में सरकारी स्कूलों ने प्राइवेट वालों को पीछे छोड़ा
नई दिल्ली। सीबीएसई 12वीं के नतीजे घोषित हो गए हैं. व्यक्तिगत तौर पर तो छात्रों ने टॉप किया ही है. लेकिन स्कूल स्तर पर जवाहर नवोदय विद्यालय ने देश में परचम फहराया है. वहीं सरकारी बनाम प्राइवेट स्कूलों की तुलना करें तो पास प्रतिशत में कम सुविधाओं में पढ़े बच्चों ने बाजी मारी. सरकारी स्कूलों के 82.29 प्रतिशत बच्चे पास हाे गए जबकि प्राइवेट स्कूलों के 79.27 प्रतिशत ही बच्चे पास हुए.
सीबीएसई द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 6 कैटेगिरी के स्कूल-कॉलेज में जवाहर नवोदय विद्यालय पहले नम्बर पर रहा है. जवाहर नवोदय के 95.73 प्रतिशत बच्चे 12वीं की परीक्षा में पास हुए हैं. दूसरे नम्बर पर केन्द्रीय विद्यालय संगठन का कब्जा रहा है.
केन्द्रीय विद्यालय के 94.60 प्रतिशत बच्चे 12वीं की परीक्षा में पास हुए हैं. तीसरे नम्बर पर रहा है सेंट्रल तिब्बेतन स्कूल. इस स्कूल के 83.57 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं. इस स्कूल की देशभर में कई शाखाए हैं.
सबसे बुरा हाल रहा है प्राइवेट स्कूल का. प्राइवेट स्कूल के 79.27 प्रतिशत ही बच्चे पास हुए हैं. जबकि सरकारी स्कूल और सरकारी मदद से चलने वाले स्कूल चौथे और पांचवें स्थान पर रहे हैं। सरकारी स्कूल के 82.29 प्रतिशत और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के 81.63 प्रतिशत बच्चे 12वीं की परीक्षा में पास हुए हैं।
लड़कों पर फिर भारी पड़ी लड़कियां
सीबीएसई 12वीं की परीक्षा के रिजल्ट की बात करें तो हर बार की तरह से इस बार भी लड़कियों के हाथ बाजी लगी है. पिछले वर्ष 88.58 प्रतिशत लड़कियां तो 78.55 प्रतिशत लड़के पास हुए थे।
वहीं इस बार 2017 के रिजल्ट में भी लड़कियां छाई हुई हैं. 12वीं में जहां 87.50 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं, तो 78 प्रतिशत लड़के ही पास हुए हैं।
एयर फोर्स स्कूल में प्रशासक रहे विंग कमांडर रिटायर्ड एसएस सिसौदिया का कहना है कि पढ़ाई के मामले में कोई भी सरकारी स्कूल कम नहीं हैं. ये पढ़ाई का ही नतीजा है कि सरकारी स्कूल भी टॉप कर रहे हैं. फर्क इतना है कि सरकारी स्कूल का अनुशासन कड़ा होता है.
वहीं इस बार 2017 के रिजल्ट में भी लड़कियां छाई हुई हैं. 12वीं में जहां 87.50 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं, तो 78 प्रतिशत लड़के ही पास हुए हैं।
28th May, 2017