यूरिड मीडिया डेस्क -
पिछले कई दिनों से आधुनिक शस्त्र एवं युद्ध कौशल से पूर्ण प्रशिक्षित दरोगा राजधानी के लक्षमण मेला मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं।लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी उनके पास नहीं गया।इससे उनके सब्र का बांध टूट गया।सोमवार सुबह सैकड़ों 2011 बैच के अभ्यर्थी हुसैनगंज स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के कार्यालय पहुंचे।यहां अभ्यर्थियों ने भर्ती बोर्ड कार्यालय का घेराव कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को सम्बोधित अपना मांगपत्र जिला प्रशासन को सौंपा।
अभ्यर्थियों का भविष्य अन्धकार में..
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम सभी 2011 बैच के चयनित अभ्यर्थी हैं।
सबका चयन पुलिस उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस/प्लाटून कमाण्डर सीधी भर्ती के अभ्यर्थी हैं।
यह भर्ती पिछले 7 वर्षों से चली आ रही है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि न्यायलय के आदेशों के अनुसार सभी ने 12 माह 4 प्रशिक्षण प्राप्त किया हुआ है।
इसके बावजूद भी पिछले सात माह से नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहें है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि हम सभी नियुक्ति पत्र कब पायेगें इस पर अनिश्चितता बरकरार है।
प्रशिक्षत अभ्यर्थियों का भविष्य अन्धकार में है।
पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड पर मनमानी का आरोप
अभ्यर्थियों ने उ0प्र0 पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड पर मनमानी का आरोप लगाया है।
आरोप है कि मनमाने एवं अविवेकशील निर्णयों का खमियाजा निर्दोष प्रशिक्षित दरोगाओं को भुगतना पड़ रहा है।
इनमें से लगभग आधे अभ्यर्थी ऐसे हैं जो पूर्व में अन्य विभागों में सेवारत थे।
विडम्बना है कि रोजगार पाया व्यक्ति पूर्णतया बेरोजगार होने की कगार पर है।
सभी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों के सामाजिक, आर्थिक एवं मानसिंक स्थिति से भर्ती बोर्ड तथा सम्बन्धित अधिकारियों को कोई सरोकार नहीं है।
उप्र भर्ती बोर्ड इस पर कतई गम्भीर नहीं....
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वह अत्याधुनिक शस्त्रों जैसे-एके 47, एके 56, इंसास राइफल, एलएमजी, कार्बइन, पिस्टल एवं हैण्ड ग्रेनेड तथा फिल्ड काफ्ट जैसे युद्ध कौशलों से पूर्ण प्रशिक्षित दरोगाओं को राज्य की सेवा का मौका नहीं दिया जा रहा है।जबकि इस समय प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ी हुई है।प्रशिक्षित दरोगाओं ने कहा सर्वोच्च न्यायलय ने भी राज्य में पुलिस बल के रिक्त पदों को गम्भीरता से लिया है।किन्तु उप्र भर्ती बोर्ड इस पर कतई गम्भीर नहीं है।प्रशिक्षित दरोगाओं ने चेतावनी दी है यदि भर्ती बोर्ड 15 दिनों में नियुक्ति प्रदान करने वाली अपनी बात पर कायम रहते हुए हमारी न्युक्ति पर विचार नहीं करता।इसके बाद प्रशिक्षित दरोगा उग्र प्रदर्शन का मार्ग अपनायेंगे।इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन के अधिकारियों की होगी।
29th May, 2017