यूरिड मीडिया डेस्क-
हरी और पत्तेदार सब्जियां अगर रोज खाई जाएं तो मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. लेकिन इस संदर्भ में शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी और रिसर्च करने की ज़रूरत है. दो लाख से ज़्यादा लोगों पर हुए परीक्षणों के ज़रिए इंग्लैंड की लिसेस्टर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने हरी सब्जियों और वयस्कों में होने वाले टाइप-2 मधुमेह के बीच रिश्ता कायम कर लिया.
परीक्षणों यह बात साफ हो गई कि जो लोग हरी सब्जी खाते हैं, उन्हें इस बीमारी का ख़तरा कम रहता है. अगर भोजन में एक सब्जी ज़रूरी मात्रा में शामिल कर ली जाए तो मधुमेह के ख़तरे को 14 फीसदी तक कम किया जा सकता है. वैसे बहुत ज़्यादा फल और सब्जियां खाने से इसका असर ख़त्म हो जाता है. हरी पत्तियों में एंटी ऑक्सिडेंट और मैग्नीशियम की मात्रा ज़्यादा होती है, लेकिन इसे पचाने के लिए ज़्यादा मेहनत भी करनी पड़ती है.
इसी तरह के एक अन्य रिसर्च में वैज्ञानिकों ने चीन में मिलने वाली कुछ हरी जड़ी-बूटियों के सत्व को मधुमेह रोकने में काफी असरदार पाया. यह परीक्षण चूहों पर किया गया. इसका नाम है इमोडिन. यह इंसुलिन के लिए प्रतिरोधक का काम करता है. इंसुलिन रक्त में शुगर की मात्रा को काबू में रखता है. यह जगज़ाहिर है कि खानपान और कसरत के ज़रिए इस बीमारी से बचा जा सकता है. इस पर बड़ा विवाद है कि खानपान में ऐसा क्या शामिल किया जाए, जो शुगर के ख़तरे को ख़त्म कर सके. इसीलिए दुनिया में कई बड़े संस्थान इस पर रिसर्च कर रहे हैं. आम तौर पर शुगर के इलाज के लिए इंसुलिन का इंजेक्शन दिया जाता है.
रक्त में शुगर की मात्रा नियंत्रित करने वाली दवाइयों का किडनी पर काफी बुरा असर होता है. टाइप-2 शुगर सबसे ज़्यादा लोगों को अपना शिकार बनाता है. यह बीमारी अमीर देशों से विकासशील देशों की तऱफ तेजी से बढ़ रही है. ऐसे देशों में ज़्यादा मिठाई एवं चिकनाई वाला खानपान और आरामपसंद जीवनशैली इसकी बड़ी वजह है.
5th June, 2017