यूरिड मीडिया सेहत
-अस्थमा एक ऐसा रोग है, जो बढ़ते प्रदूषण और बदलती जीवनशैली के साथ ही विकराल रूप लेता जा रहा है. यह हर मौसम में अलग चुनौतियों के साथ आता है. गर्मी के मौसम में भी अस्थमा के मरीज को कई तरह की सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. गर्मी में गर्म हवाओं के साथ आने वाले धूलकण अस्थमा के मरीजों के लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं. इस मौसम में दमा ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. आइए जानें कि किन कारणों से गर्मियों में अस्थमा की समस्या बढ़ जाती है और किस तरह इसे काबू में किया जा सकता है.
गर्मी के मौसम में धूल बहुत ज्यादा उड़ती है. जोकि अस्थमा के मरीज के लिए अच्छी बात नहीं. इससे एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है. इस मौसम में बच्चे बहुत जल्दी अस्थमा के शिकार हो सकते हैं. क्योंकि वे मैदान में या घर से बाहर जाकर धूल में खेलते हैं.
गर्मी के मौसम में अस्थमा की समस्या और बढ़ सकती है. इसके कई कारण हैं. इस मौसम में ज्यादा एयर कंडीशन या फ्रिज का पानी पीने से यह समस्या और बढ़ सकती है. यह तो आम तौर पर होता ही रहता है कि हम गर्मी से आते ही ठंडा पानी पी लेते हैं या फिर एक दम से ठंडे एसी में जा बैठते हैं. मेट्रो, बस या कार में भी हम एसी का इस्तेमाल करते हैं और एसी से अचानक गर्मी में आ जाते हैं. यह भी एलर्जी की संभावना को बढ़ा देता है. जितना हो सके इस आदत से बचने की कोशिश करें. गर्मियों के बाद आता है बरसात का मौसम यह तो अस्थमा मरीजों के लिए और बुरा साबित होता है. इस मौसम में अस्थमा के मरीजों की संख्या में भी इजाफा होता है.
उपाय
- अगर आप या घर का कोई और सदस्य अस्थमा से जूझ रहा है, तो इस मौसम में बाहर जाते समय दवाएं हमेशा साथ लेकर चलें.
- अगर आपको जरा भी शक है, सांस लेने में समस्या है या संक्रमण की शंका है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
- बच्चों को गर्मी से बचा कर रखें. अगर वे बाहर खेलने जाना चाहते हैं, तो भरी दोपहर की बजाए शाम को भेजें.
- अगर आप या बच्चे भरी धूप से घर लौटे हैं या कहीं भी गए हैं, तो धूप से आने के तुरंत बाद ठंडी चीजें न लें.
8th June, 2017