यूरिड मीडिया डेस्क
-मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन की आग लखनऊ भी पहुंच गई है. मंदसौर की घटना के विरोध में राजधानी के शहीद स्मारक पर गुस्साए किसानों ने हंगामा किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन और पुलिस के बीच झड़प हो गई.
भारतीय किसान यूनियन के राजू गुप्ता ने कहा कि मंदसौर में हुई घटना को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है. उनकी मांगें पूरी होनी चाहिए साथ ही मृत किसानों के परिवारवालों को सरकारी नौकरी दी जाए.
उधर राष्ट्रीय किसान मंच ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को आगाह करते हुए बुधवार को कहा है कि अगर वह किसानों की कर्जमाफी और अन्य मसलों का तेजी से समाधान नहीं करती है तो इस सूबे में भी जल्द ही मंदसौर जैसे हालात पैदा हो सकते हैं.
राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि किसानों की समस्याओं और दुर्दशा को लेकर अगर योगी सरकार गंभीर है तो यूपी में कड़े फैसले लेने होंगे. नहीं यहां भी मध्य प्रदेश के मंदसौर जैसे हालात पैदा हो सकते हैं.
मंदसौर में गत मंगलवार को अपनी समस्याओं को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों और सुरक्षाबलों में हुए संघर्ष में गोली लगने से 5 लोगों की मौत हो गई थी। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा अपनी पहली कैबिनेट बैठक में किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की योजना की आलोचना करते हुए दीक्षित ने कहा 'कर्जमाफी से किसानों की किसी समस्या का हल नहीं होगा।'
शेखर दीक्षित ने कहा कि किसानों के सामने मुख्य मुद्दा न्यूनतम समर्थन मूल्य का है. बड़ी संख्या में किसानों को यह समर्थन मूल्य नहीं मिल पाता है. इससे वह वर्षों तक जूझते रहते हैं. उन्होंने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जय जवान, जय किसान का नारा महज नारा बनकर रह गया है. समस्या को खत्म करने के लिए जरूरी है कि किसानों की समस्याओं का हल मुस्तैदी से हो.
9th June, 2017