लखनऊ।
लखनऊ यूनिवर्सिटी और उससे सम्बध कालेजो में ग्रेजुएशन के साथ—साथ बीएड की डिग्री भी कर सकते है। इसके लिए लखनऊ यूनिवर्सिटी बैचलर आॅफ एलिमेंनटरी एजूकेशन शुरू करने जा रहा है। ग्रेजुएशन के साथ बीएड करने के लिए एलयू को छोडकर उससे सम्बध कालेज इसी वर्ष दाखिले होंगें। एलयू के एजुकेशन विभाग ने इसका पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। मंगलवार को एलयू की ऐकडेमिक काउंसिल ने इस पाठ्यक्रम को अपनी हरी झंडी दे दी है। एलयू से सहयुक्त कॉलेजों में इस कोर्स में इसी साल से दाखिले हो सकेंगे। जबकि एलयू अगले साल से इसमें दाखिले की कवायद शुरू कर सकता है। अकेडमिक काउंसिल में इसके अलावा कई विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव को हरी झंडी दी गई, जबकि छह नए कोर्स शुरू करने पर सहमति बनी। इसके अलावा आर्ट्स कॉलेज के कई पाठ्यक्रमों में कुल 15 सीटें बढ़ाने को भी मंजूरी दे दी है।
ये नए कोर्स शुरू होंगे
पर्शियन विभाग अगले सत्र से ईरानियन ऐंड सेंट्रल एशियन स्टडी इंस्टिट्यूट की शुरुआत करेगा। इस तरह का कोर्स चलाने वाला एलयू देश की पहला विश्वविद्यालय बन जाएगा। विभागाध्यक्ष प्रो. आरिफ अयूबी ने बताया कि एमए की तरह यह दो साल का कोर्स होगा। इसमें 15 सीटें होंगी।
विधि संकाय में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन सायबर लॉ की शुरुआत होगी। इस पाठ्यक्रम में 40 सीटें होंगी। विवि ने पीजी डिप्लोमा इन इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी कोर्स शुरू करने का फैसला किया है। इस कोर्स में 40 सीटें होंगी। राजकीय तकमील उत्तीब कॉलेज में मास्टर ऑफ सर्जरी का कोर्स भी शुरू होगा। तशरीहुल बदन विभाग के तहत इस कोर्स में 20 सीटें होंगी। मास्टर इन सर्जरी, मास्टर इन हाइजीन और डिप्लोमा इन इल्मुल सैदला भी शुरू होगा। कला संकाय के तहत अब बीए में मराठी, तमिल और बांग्ला को एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा लाइब्रेरी साइंस विषय को भी बीए के विषयों में शामिल कर लिया गया है।
रिसर्च के लिए शिक्षकों को मिलेंगे 50 हाजार रूपये
रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए एलयू अपने शिक्षकों को 50 हजार रुपये की मदद देगा। इसके लिए एक समिति बनाई गई है, जिसके अध्यक्ष प्रति कुलपति हैं। विवि ने इस योजना के लिए 50 लाख रुपये का अलग कोष बनाया है।
14th June, 2017