नई दिल्ली। देश के सर्वोच्च पद के चुनाव के लिए यानि की राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए सभी सभी सियासी दलों के बीच गहमा गहमी का माहौल बना हुआ है। एनडीए पहले ही दलित नेता व बिहार के तत्कालीन राज्यपाल को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतार चुकी है। लगभग ज्यादातर राजनीतिक दलों ने उनके नाम का समर्थन भी कर दिया है। दलितों की हितैषी के रूप में देश की सबसे बड़ी नेता व बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भी राम नाथ कोविन्द के नाम पर दबे मुंह हामी भर दी है।
क्या कहा मायावती ने...
एनडीए ने जैसे ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए रामनाथ कोविन्द के नाम का ऐलान किया, उसके कुछ देर बाद ही बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने प्रेस वार्ता कर इस पर प्रतिक्रिया दी। मायावती ने कहा कि दलित नेता होने के चलते हमारी पार्टी का रवैया कोविन्द के प्रति नकारात्मक नहीं रहेगा, यानि की सकारात्मक ही रहेगा पर तब तक जब तक की विपक्ष अपनी तरह से किसी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारता है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की आज अहम बैठक...
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की आज होने वाली अहम बैठक के पहले ही बुधवार को खेमे में दरार दिखने लगी और जदयू ने राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा करने के बाद कहा कि वह गुरुवार की बातचीत में शामिल नहीं होगी. विपक्षी खेमे ने अभी तक किसी नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन पूर्व लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके निवास पर मुलाकात से इन अटकलों को बल मिला है कि वह दौड में आगे चल रही हैं
सूत्रों ने बताया कि जदयू की घोषणा के बाद कांग्रेस तथा गैर-राजग दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच गहन विचार विमर्श का दौर चला कि किस प्रकार विपक्ष को एकजुट रखा जाए. विपक्ष की बैठक का समन्वय कर रही कांग्रेस ने उम्मीद जतायी कि उन सभी दलों के नेता गुरुवार की मुलाकात में शामिल होंगे जो 26 मई को सोनिया द्वारा दिए गए दोपहर के भोज में शामिल हुए थे.
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की आज अहम बैठक...
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की आज होने वाली अहम बैठक के पहले ही बुधवार को खेमे में दरार दिखने लगी और जदयू ने राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा करने के बाद कहा कि वह गुरुवार की बातचीत में शामिल नहीं होगी. विपक्षी खेमे ने अभी तक किसी नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन पूर्व लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके निवास पर मुलाकात से इन अटकलों को बल मिला है कि वह दौड में आगे चल रही हैं
सूत्रों ने बताया कि जदयू की घोषणा के बाद कांग्रेस तथा गैर-राजग दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच गहन विचार विमर्श का दौर चला कि किस प्रकार विपक्ष को एकजुट रखा जाए. विपक्ष की बैठक का समन्वय कर रही कांग्रेस ने उम्मीद जतायी कि उन सभी दलों के नेता गुरुवार की मुलाकात में शामिल होंगे जो 26 मई को सोनिया द्वारा दिए गए दोपहर के भोज में शामिल हुए थे.
22nd June, 2017